मोतिहारी : रामप्रवेश सिंह गांव के भूमि विवाद में पहली बार वर्ष 2002 में गिरफ्तार होकर जेल गया था़ जेल में ही अपराधियों से साठगांठ हुई, उसके बाद बाहर निकल कर अपराध के साथ पुलिस का मुखबीरी भी करने लगा़
इस दौरान उसने कई संगीन अपराधों को अंजाम दिया, जिसमें समस्तीपुर के घी व्यवसायी की अपहरण के बाद हत्या में उसका नाम चर्चित हुआ़ उस घटना में रामप्रवेश ने धोखा से छतौनी के तत्कालीन थानाध्यक्ष सोनेलाल सिंह का मोबाइल लेकर फिरौती के लिए घी व्यवसायी के परिजनों को फोन भी किया था़ इस मामले में थानाध्यक्ष पर विभागीय कार्रवाई हुईक़ कई वर्षो तक निलंबित रहना पडा़ उस मामले में रामप्रवेश चाजर्सीटेड है़ जेल भी गया था़ इधर मंटू शर्मा की हत्या के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया था़