मोतिहारी : करीब 15 वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा हाजीपुर-सुगौली रेललाइन के शिलान्यास के बाद जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया में विलंब के कारण 200 करोड़ की राशि सुपौल में संचालित रेलवे की परियोजना के लिए स्थानांतरित कर दी गयी है. पूर्वी चंपारण को करीब 750 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए 2017 में 759 करोड़ रुपये मिला था. लेकिन अब तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया विवाद व अन्य पेंच में फंसे होने के कारण पूर्ण नहीं हो पाया है.
अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्वी चंपारण के केसरिया, अरेराज, हरसिद्धि, सुगौली आदि अंचलों के करीब 50 गांवों से दो चरणों में करना है. पहले चरण में 28 गांव को रखा गया है. हाजीपुर से साहेबगंज तक जमीन अधिग्रहण कर रेलवे लाइन बिछाने का काम चल रहा है. मार्च 2020 तक हाजीपुर से वैशाली तक ट्रेन परिचालन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इधर, पूर्वी चंपारण में दो वर्ष पूर्व राशि आवंटन के बावजूद जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया में विलंब के कारण रेलवे द्वारा आवंटित 759 करोड़ रुपये में 200 करोड़ सुपौल रेल परियोजना को भेज दिया गया है.