मोतिहारी : जिले के वरीय अधिवक्ता नरेंद्र देव से दस लाख की रंगदारी मामले में दिलचस्प बात सामने आयी है. सीतामढ़ी के बैरगनिया पंचटकी से गिरफ्तार विकास ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि उसने पिता चंद्रदेव के नाम से निर्गत सिमकार्ड अपनी प्रेमिका को दिया था. दोनों मोबाइल पर बातचीत करते थे.
दोनों की प्रेम कहानी की भनक प्रेमिका के परिजनों को लग गयी थी. उसने आशंका जतायी है कि उसे रंगदारी केस में फंसाने के लिए प्रेमिका के परिजनों ने उसके सिमकार्ड का इस्तेमाल अधिवक्ता से रंगदारी मांगने में किया है. नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार ने कहा कि विकास की प्रेमिका के पिता व दादा के मोबाइल नंबरों का सीडीआर निकाला जा रहा है. सीडीआर के अवलोकन के बाद ही घटना की वास्तविकता सामने आयेगी. फिलहाल विकास व उसके पिता चंद्रदेव सहनी पुलिस की हिरासत में है.
तमाम बिंदुओं पर गहरायी से छानबीन चल रही है. बहुत जल्द हकीकत सामने आ जायेगा. आगे बताया कि विकास जिस लड़की को अपने पिता के नाम से निर्गत सिमकार्ड दिया है, उस लड़की का घर सीतामढ़ी के बैरगनिया पंचटकी में विकास के घर के ठीक सामने है. उसकी प्रेमिका मूलरूप से मोतिहारी लखौरा की रहने वाली है. अबतक की जांच-पड़ताल में बात सामने आयी है कि 15-20 साल पहले लखौरा में एक मर्डर हुआ था. उसमें विकास की प्रेमिका के दादा व पिता पर हत्या का आरोप लगा था.
घटना के बाद सपरिवार गांव छोड़कर चले गये. सीतामढी में जाकर बस गये. वहां उनकी अच्छी खासी हैसियत है. सीडीआर में साक्ष्य मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. बताते चले कि अधिवक्ता नरेंद्र देव एक मार्च को न्यायालय में थे. इस दौरान उनके मोबाइल पर फोन कर दस लाख की रंगदारी मांगी गयी. इसको लेकर उन्होंने नगर थाने में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. जांच में सिम धारक की पहचान कर उसे व उसके पुत्र को हिरासत में लिया है.