बक्सर. नगर के उत्तरायणी बहने वाली धार्मिक महता वाले रामरेखा घाट पर कल से पितृपक्ष के दौरान पितरों को जल अर्पण करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी.
जहां श्रद्धालुओं को बाढ़ के कारण रामरेखा घाट पर सिल्ट जमा होने से स्नान करने में परेशानी का सामना करनी होगी. वहीं सिल्ट के कारण घाट पर फिसलन के साथ ही दलदली कायम हो गया है. जहां लोगों को स्नान करने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा. रामरेखाघाट मुख्य रास्ता से लेकर मुख्य गंगा घाट की सीढ़ियों पर सिल्ट जमा हो गया है. इसके साथ ही गंगा के जल स्तर में एक बार फिर शनिवार को वृद्धि अपेक्षाकृत तेज जारी हो गया है. जबकि गंगा के जल स्तर में वृद्धि शुक्रवार को ही शुरू हो गई थी. जिसके कारण रामरेखाघाट का सभी सीढ़ियां लगभग डूब गयी हैं. पुराना विवाह मंडप में पानी एक बार फिर भर गया है. वृृद्धि का रफ्तार बढ़ने से इस पितृ पक्ष के दौरान स्नान करने व तर्पण करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी होगी. गंगा के बहाव में भी वृद्धि अपेक्षाकृत जारी है. घाट पर जमा सिल्ट बालू मिश्रित होने के कारण दलदल हो गया है. इसके साथ ही गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने से जमा सिल्ट पर मिट्टी का भरा होने लगा है. जहां श्रद्धालुओं को पंडा समाज द्वारा स्नान करने में सावधानी बरतने की अपील की जा रही है. जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके. ज्ञात हो की धार्मिक तिथियो को गंगा स्नान एवं पूजन के लिए रामरेखा घाट पर काफी भीड़ जुटती है.गंगा का जल स्तर पहुंचा चेतावनी बिंदु के पास
पिछले कुछ दिनों की बाढ़ की विभीषिका से अभी लोग निकले ही थे कि एक बार फिर बाढ़ की खतरा मंडराने लगा है. शुक्रवार संध्या समय में गंगा के जल स्तर में चार घंटे पर एक सेंटीमीटर की रफ्तार से वृद्धि शुरू हुई, जो शनिवार को वृद्धि की रफ्तार दो घंटे पर एक सेंटीमीटर हो गयी. वहीं शनिवार को पांच बजे के करीब गंगा का जल स्तर एक बार फिर वृद्धि के साथ 59.15 सेंटीमीटर पहुंच गया है. एक बार फिर गंगा का जल स्तर चेतावनी बिंदु के पास पहुंच गया है. इसके साथ ही गंगा का जल स्तर में वाराणसी एवं इलाहाबाद में प्रति घंटे दो सेंटीमीटर की रफ्तार से वृद्धि हो रही है. इसको देखते हुए जिले में भी गंगा के जल स्तर में वृद्धि की संभावना तेजी से होने की जतायी गयी है. इसके साथ ही जिले में एक बार फिर से गंगा के जल स्तर के बढ़ने से बाढ़ की संभावना बढ़ गयी है.घाट पर जमा सिल्ट से बढ़ेगी परेशानी
पूर्व में दो बार गंगा का जल स्तर बढ़ने से रामरेखाघाट के साथ ही सभी गंगा घाटों पर काफी मात्रा में सिल्ट जमा हो गया है, जिससे घाट दलदल हो गया है. इसके साथ ही फिसलन भरा कायम हो गया है. वहीं गंगा के जलस्तर के वृद्धि होने से सिल्ट और भी पानी में डूब जाने के कारण दलदल होने लगा है. वहीं, सोमवार से पितृ पक्ष को लेकर घाट पर भीड़ लगेगी. घाट पर गंगा का पानी फैलने एवं मिट्टी के कारण सामान रखने से लेकर स्नान करने तथा पानी के अंदर पूजन करने में परेशानी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

