राजपुर. प्रखंड के मंगरांव एवं बारुपुर पंचायत के पैक्स इकाई के कार्यकरिणी का एक वर्ष बाद भी गठन नहीं हुआ है. इन पंचायतों के किसानों को काफी परेशानी हो रही है. धान कटनी का काम शुरू हो गया है. ऐसे में किसान चिंता में है कि धान की बिक्री किसके पास करेंगे. कई जगह पर आवश्यक काम के लिए किसानों ने धान का विक्रय शुरू कर दिया है. जिसकी कीमत बहुत कम मिल रही है. अन्य 17 पैक्सों की बात करें तो अभी तक कुछ ही जगहों पर धान खरीद की प्रक्रिया शुरू की गई है. जिसमें से सात किसानों से महज 840 क्विंटल धान की खरीद किया गया है. विभागीय रिपोर्ट के अनुसार अभी तक दुल्फा,व्यापार मंडल, खरहना एवं रसेन पंचायत के किसानों से धान खरीद की प्रक्रिया शुरू की गई है. इस बार सरकार के तरफ से ए ग्रेड के धान के लिए 2389 रुपये प्रति क्विंटल एवं साधारण धान के लिए 2369 रुपये प्रति क्विंटल रेट तय किया गया है. जबकि किसान निजी साहूकार को 1800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान बेच रहे हैं, जो किसानों के लिए घटा साबित हो रहा है. कोई भी पैक्स इकाई नियमित तरीके से संचालित नहीं होने से किसान काफी चिंतित है. सबसे बड़ी बात है कि सरकार ने सहकारिता विभाग को मजबूत बनाने एवं किसान को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए पैक्स इकाइयों का गठन तो कर दिया. नियमित संचालन नहीं होने से इसका लाभ शायद ही किसी किसानों को मिल रहा है. खेतों में बेहतर उपज के लिए समय पर उर्वरक एवं जैविक एवं रासायनिक कीटनाशकों की उपलब्धता के लिए भी इकाइयों को स्थापित किया गया. यह किसी इकाई के तरफ से किसानों को इसका लाभ दिया जाता है. क्या बोले अधिकारी जिन पंचायतों में कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है. इसके लिए वरीय पदाधिकारी से गाइडलाइन मांगा गया है. शीघ्र ही यहां के किसानों की धान खरीद के लिए दूसरे पंचायत से टैग किया जायेगा. पप्पू कुमार, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, राजपुर
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