बक्सर.
ग्रामीण बैंक नियाजिपुर द्वारा बैंक डिफॉल्टरों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गयी है. शाखा प्रबंधक द्वारा बताया गया गया कि पिछले एक महीने से बैंक के प्रधान कार्यालय के कई वरिष्ठ अधिकारी द्वारा गांव-गांव भ्रमण कर ऋणियों को समझाया गया. उन्हे ऋण चुकाने हेतु बैंक द्वारा विभिन्न प्रकार के योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई. जिससे प्रभावित होकर बहुत सारे डिफाल्टर या तो एकमुश्त समझौते के तहत खाता बंद करवा लिया या बैंक से मिलकर ऋण चुकाने हेतु समय ले लिया. परंतु कुछ हठी ऋणियों के द्वारा बारंबार समझाने के बाद भी न तो पैसा दिया गया न ही समय के लिए आवेदन दिया गया. अतः ऐसे ऋणियों के विरुद्ध बैंक के द्वारा कठोर रूप अपने अपने हुए गिरफ्तारी एवं कुर्की जब्ती करने का निर्णय लिया गया है. इसी क्रम में प्रधान कार्यालय से आए अधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी तक नियाजीपुर शाखा से लगभग 1600 डिफाल्टर ऋणियों के विरुद्ध नीलम पत्र वाद का केश दर्ज कराया जा चुका है. बैंक अगले चार पांच दिनों तक लगातार ऋणियों से संपर्क कर रही हैं ताकि वो या तो एक मुश्त समझौते के तहत अतिरिक्त छूट पाकर अपना लोन चुका ले या बैंक से संपर्क कर के ऋण चुकाने हेतु समय ले लें, अन्यथा अगले सप्ताह से ऐसे ऋणियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही शुरू की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

