डुमरांव. किसानों के खेतों में लगाये गये धान की खेती को नीलगायों से बचाने के लिए लाख प्रयास करने के बावजूद भी नीलगायों के आतंक से किसानों की परेशानी कम नहीं हो रही है. किसानों को इन दिनों नीलगायों के द्वारा धान की खेती को बर्बाद करने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि एक तो भारी परेशानियों के बीच किसी तरह किसान अपने फसलों को उगाने के लिए काफी मेहनत किए, अब धान की फसल को खेतों में उपजाने के लिए कड़ी मेहनत के बीच किसान लगे हुए हैं. जहां किसानों के खेतों में नीलगायों का झुंड आकर खेती को बर्बाद कर देते हैं. किसान सुरेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह मौर्य, भिखारी सिंह ने बताया कि धान की फसलों को बर्बाद करने के लिए दिन-रात नीलगायों के झुंड किसानों के खेत में पहुंच जाते हैं और खेतों में लगे धान की फसलों को तोड़-मरोड़ करते हुए बर्बाद करते हैं. जिसके चलते किसानों को खेतों की रखवाली करने के लिए दिन रात खेतों में ही समय गुजारना पड़ता है. जिसके चलते अन्य कार्य प्रभावित होते हैं. किसानों ने बताया कि जब कभी भी खेतों से घर जाना पड़ता है उसी दौरान नीलगायों का झुंड खेतों तक पहुंच जाता हैं, बार-बार भगाने के बावजूद भी यह नीलगाय आदत नहीं छोड़ते, जो कई वर्षों से इलाके के मठिला, अरियांव, कोरानसराय, अमसारी, नावाडीह आदि जगहों के किसानों को इन नीलगाय के आतंक से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने बताया कि इन नीलगायों से फसलों को बचाने के लिए खेत के चारों तरफ से झटका मशीन भी लगाया गया है फिर भी मौका पाकर खेतों में नीलगाय का झुंड पहुंच जाता है और फसलों को बर्बाद करने लगते हैं.
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