ब्रह्मपुर. मतगणना के बाद हुए हार-जीत को लेकर देर रात तक महागठबंधन के कार्यकर्ता विश्लेषण करते रहे. डुमरांव विधानसभा से पराजित अजीत कुशवाहां की हार ने कार्यकर्ताओं को मंथन-चिंतन करने पर मजबूर कर दिया है. कार्यकर्ता फीलगुड महसूस करते रहे. उन्हें लग रहा था कि महागठबंधन से अजीत कुशवाहां का हर वर्ग के लोगों का समर्थन अवश्य मिलेगा. वह अपार मतों से चुनाव जीतेंगे, लेकिन ठीक इसके विपरीत एनडीए कार्यकर्ता धरातल पर चुनाव जीतने के उद्देश्य से जुटे रहे. इसका सकारात्मक परिणाम भी मिला. महागठबंधन कार्यकर्ता मतदाता के मूड को भांप नहीं सके, परिणामस्वरुप उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. इस चुनाव की केन्द्र बिंदु आधी आबादी रही. मुफ्त राशन, रसोई गैस के साथ 11 सौ रुपए पेंशन व महिलाओं को मिले दस हजार रुपये जीविका को सरकार की ओर से मिला. जीत में इस फैक्टर ने भी अहम भूमिका निभायी, वहीं महागठबंधन कार्यकर्ता सरकारी नौकरी, भुना पाये.
जश्न में डूबी एनडीए, हार पर मंथन कर रहा महागठबंधन
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