बक्सर कोर्ट. उभयलिंगियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ना आवश्यक है साथ ही उन्हें मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराना भी महत्वपूर्ण है. उक्त बातें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार हर्षित सिंह ने अपने चेंबर में उभयलिंगियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान कही. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार उभयलिंगियों को प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य के अलावे अन्य सुविधाओं के लिए कार्य किया जा रहे हैं. इस संदर्भ में चौसा में उनकी प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी जहां दिन में वे अपने जीविका संबंधित कार्यों को संपादित करने के बाद शाम को प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करेंगे ,उनके स्वास्थ्य को लेकर सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि सभी की मासिक चिकित्सकीय जांच अनिवार्य है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार को निर्देश दिया गया कि बैंक से संपर्क कर उनके लिए खाता खोलने के प्रक्रिया शुरू करें. बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई की मतदाता सूची में उनके नाम को शामिल करने एवं मतदाता पहचान पत्र बनाने के दिशा में तत्काल कार्य शुरू किया जाए. इस अवसर पर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल, न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार नेहा दयाल, जेल सुपरिंटेंडेंट ज्ञानता गौरव, बाल संरक्षण के निदेशक विकास कुमार ,जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहम्मद नाजिश अली, डिस्टिक एंप्लॉयमेंट ऑफिसर अनीश तिवारी, रूबी किन्नर न्यायालय एवं डालसा के सहायक दीपेश कुमार श्रीवास्तव, सुमित कुमार, सुधीर कुमार, अशोक, संजय आदि अन्य कई लोग उपस्थित थे.
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