डुमरांव
. एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग थीम पर 21 जून की तैयारी जोरों पर है. जो शेष 23 दिन बचा है, योग दिवस देश-दुनिया भर में मनाया जायेगा. उक्त बातें योग प्रशिक्षक डॉ संजय कुमार सिंह ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षकों को योग कराते हुए कही. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन का खास समय होता है. उन्होंने कहा कि उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है. इस दिन योग करने से मनुष्य का जीवन दीर्घायु बनता है 27 सितंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में विश्व समुदाय से एक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को अपनाने की अपील की थी, तब जाकर 11 सितंबर 2014 को अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र महासभा के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद सर्व प्रथम इसे 21 जून 2015 को पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाने लगा, योग हमारे लिए उतना ही जरूरी है. जितना जीवन जीने के लिए जल योग करके किसी भी बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है, इसलिए देश के प्रत्येक व्यक्ति को योग करके निरोग रहना चाहिए, इस मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद होकर योग के गुण सीखा और विस्तार से जानकारी ली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है