buxar news : बक्सर. जिले में शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा कुछ नया होता है जिससे कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके. इस क्रम में महिलाओं के लिए 50 सीट वाला आंबेडकर छात्रावास की स्थापना के साथ ही शिक्षकों की भी बहाली की गयी है, ताकि जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को प्राप्त हो सके.
शिक्षकों की बहाली से विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी हुई है. विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. वहीं, बालिकाओं को उच्च शिक्षा को लेकर जिला मुख्यालय में 50 सीटों के आंबेडकर छात्रावास की व्यवस्था की गयी है, ताकि गरीब परिवार की छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिल सके व वे अपना भविष्य संवार सकें. इसके साथ ही विद्यालयों में पठन-पाठन में बच्चों की अभिरुचि जगाने के लिए बैग का वितरण भी किया गया है, ताकि जिले में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाया जा सके.बच्चों के अनुपात में शिक्षकों की बढ़ी संख्या
जिले में 2025 में टीआरइ-3 के तहत 1100 शिक्षकों की बहाली की गयी है. इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. इसके साथ ही विद्यालयों में शिक्षकों को योगदान करा दिया गया है, जिससे जिले में बच्चों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या बढ़ी है. इससे छात्र एवं शिक्षकों के अनुपात में कमी आयी है. शिक्षकों की संख्या में वृद्धि हाेने से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में वृद्धि हुई है. इससे जिले में शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है.छात्राओं के लिए खुला आंबेडकर छात्रावास
जिले में गरीब छात्राओं के लिए छात्रावास की व्यवस्था 2025 में प्रशासनिक स्तर पर की गयी है, जिससे मुख्यालय में रहकर छात्राएं भी बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें. यह छात्रावास नगर के ज्योति प्रकाश चौक के पास पूर्व से छात्रों के लिए संचालित छात्रावास में ही स्थापित किया गया है. जबकि, छात्राें का छात्रावास नगर के 11 नंबर ब्लॉक के पास नये भवन में शिफ़्ट कर दिया गया है, जिससे नगर के ज्योति प्रकाश चौक पर स्थित छात्रावास खाली हो गया, जिसे नये रूप में जीर्णोद्धार कर छात्राओं के लिए स्थापित किया है. इससे जिले में छात्राओं के लिए भी छात्रावास की व्यवस्था हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

