बक्सर. गंगा नदी का जलस्तर घटने का सिलसिला अनवरत जारी है. गत पांच दिनों से पानी घट रहा है, लेकिन चेतावनी बिंदु से अभी ऊपर है. केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक रविवार की शाम 5.00 बजे गंगा का जलस्तर 59.56 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी बिंदु से 24 सेमी अधिक तथा खतरे के निशान से 0.76 मीटर कम है. यहां चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर तथा खतरे का निशान 60.32 मीटर है. आयोग की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को पूर्वाह्न 11.00 बजे से 3 सेमी प्रति घंटे के हिसाब से जलस्तर में कमी आ रही थी. उससे पहले 1 सेमी एवं 2 सेमी प्रति घंटे की गति से भी पानी कम हुआ था. इस तरह उतार-चढ़ाव के साथ जलस्तर में लगातार कमी आ रही है. लेकिन प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की परेशानी अभी बनी हुई है. पानी खिसकने के साथ ही सिल्ट के चलते दलदली बन गई है. वही बदबू व सड़ांध से लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया है. पानी नीचे खिसकने के साथ ही जिला मुख्यालय स्थित शहर के घाटों पर सिल्ट व कीचड़ नजर आ रही है. जिससे लोगों को स्नान के लिए उसी कीचड़ के बीच से होकर पानी तक जाना पड़ रहा है. घाट से सिल्ट हटाने को लेकर नगर परिषद पूरी तरह उदासीन बना हुआ है. ऐसे में लोग खतरों से खेलकर घाटों पर स्नान करने को मजबूर हैं. उच्चतम बिंदु से 1.33 मीटर घटा जलस्तर गंगा का जलस्तर 60.89 मीटर के उच्चतम बिंदु पर पहुंचने के बाद 7 अगस्त से घट रहा है. इस तरह रविवार की शाम पांच बजे तक जलस्तर के उच्चतम बिंदु से 1.33 मीटर पानी कम हुआ है. गंगा की सहायक नदियों ठोरा, कर्मनाशा और धर्मावती नदी के जलस्तर में भी कमी आने लगी है. नालों के सहारे बक्सर शहर के निचले हिस्सों में घुसा पानी भी नीचे खिसकने लगा है. जिससे लोग राहत महसूस करने लगे हैं.
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