डुमरांव
. नगर परिषद क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा उठाव की व्यवस्था संसाधनों के अभाव में प्रभावित हो रही है. इसी के साथ, सेंट्रल नाले की सफाई नहीं होने के कारण वार्ड संख्या 32 के हरिजन टोली सहित आसपास के क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी है. चेयरमैन के घर के पीछे स्थित इस नाले में भारी मात्रा में कचरा जमा हो गया है, जिससे नाली का गंदा पानी घरों के दरवाजे तक आ गया है. स्थानीय लोगों को इस दुर्गंध भरे माहौल में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. नाले की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि इसमें बहने वाला पानी रुका हुआ है, जिससे चारों ओर गंदगी फैल रही है. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब चेयरमैन के वार्ड का यह हाल है, तो अन्य क्षेत्रों की स्थिति कैसी होगी? नगर परिषद प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण नगर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. मुख्य सड़कों पर नालियों और सड़कों की सफाई तो हो जाती है, लेकिन अंदर गलियों और मोहल्लों की स्थिति दयनीय बनी हुई है.आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों पर खतराहरिजन टोली में जहां यह सेंट्रल नाला स्थित है, वहीं पास में ही एक आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित होता है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि बच्चे रोजाना इस गंदगी से होकर गुजरते हैं, जिससे उनके गिरने और बीमार होने का खतरा बना रहता है, लेकिन नगर परिषद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. मुहल्ले वासियों ने कहां कि सेंट्रल नाले की शीघ्र सफाई करवाई जाए ताकि लोगों को जलजमाव और दुर्गंध से राहत मिल सके. स्थानीय लोगों में आक्रोश : मोहल्ले के निवासी काशी, अशोक, संजय, रवि ने बताया कि उन्होंने और वार्ड पार्षद ने कई बार नगर परिषद कार्यालय, चेयरमैन और चेयरमैन प्रतिनिधि को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब स्थिति बदतर हो जाती है. और संक्रामक बीमारियां फैलने लगती हैं, तभी सफाई अभियान चलाया जाता है. उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द नाले की सफाई करवाई जाए और नियमित रूप से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाए ताकि संक्रमण न फैले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

