बक्सर. जिले के सदर अस्पताल में सिविल सर्जन के जारी पत्र के अनुसार 14 फरवरी से ही आइसीयू की सेवा शुरू कर दी गयी है. लेकिन सदर अस्पताल में स्थापित आईसीयू की सेवा अभी जिले के मरीजों को नहीं मिल रही है. सेवा शुरू करने की आवश्यक सामान की अभी भी कमी है.
कमियों को पूरा करने का विभाग दे रहा है हवाला
जिसके कारण आईसीयू की सुविधा फिलहाल मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. वहीं विभाग की माने तो आईसीयू के लिए आवश्यक कमी को पूरा किया जा रहा है. समय सीमा निर्धारित नहीं है. प्रक्रिया शुरू हो गई है. भविष्य में आइसीयू जैसी आवश्यक महंगी सुविधा लोगों को मिलनी शुरू हो जायेगी. वहीं विभाग के अनुसार कमियों को पूरा किया जा रहा है जिससे कि मरीजों को आईसीयू की शुरू हाेने पर भरपुर लाभ मिल सके. वहीं आइसीयू की सुविधा शुरू होने की सूचना के बाद क्रिटिकल मरीजों को स्थानीय स्तर पर शीघ्र ही लाभ मिलने की संभावना कायम हो गयी. लकिन जिले के क्रिटिकल मरीजों की परेशानी पहले की तरह ही बनी हुई है. मरीजों को इलाज के लिए पूर्व की भांति अभी भी बनारस व पटना का रूख करना मरीजों के लिए मजबूरी बनी हुई है. इसके साथ ही मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.आइसीयू के संचालन को लेकर एनेस्थेसिया के डॉक्टर की भी हो गयी है तैनाती
आइसीयू विभाग का संचालन केवल कागजों में ही पूर्व की तरह सिमट गया है. एक डॉक्टर की तैनाती का पत्र एवं आईसीयू की शुभारंभ का पत्र हवा हवाई साबित हो रहा है. ज्ञात हो कि जिले में पिछले दो साल से बनकर तैयार आईसीयू के शुरू नहीं होने पर सीएम के प्रगति यात्रा को काला झंडा दिखाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता हरे कृष्ण सिंह उर्फ कृष्णा यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग को अल्टिमेटम दिया था. जिसके बाद आनन-फानन में सीएम के आगमन के पूर्व ही आनन-फानन में 14 फरवरी से आईसीयू में एक एनेस्थेटिक डॉक्टर की तैनाती करते हुए केंद्र को संचालित करने का पत्र जारी कर दिया गया. लेेकिन विभाग की मानें तो अभी केंद्र के संचालन की आवश्यक तैयारियां की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है