शिकंजा. जिले में फर्जी पेंशन योजना की राशि लेनेवालों पर कार्रवाई शुरू
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फर्जी पेंशनधारकों से वसूली जायेगी राशि
शिकंजा. जिले में फर्जी पेंशन योजना की राशि लेनेवालों पर कार्रवाई शुरू एक लाख 28 हजार 823 लोगों को मिल रही थी पेंशन की राशि बक्सर : जिले में उम्र और पात्रता नहीं रहने के बाद भी फर्जी तरीके से पेंशन योजना का लाभ लेनेवालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. फर्जी पात्रता लेकर […]
एक लाख 28 हजार 823 लोगों को मिल रही थी पेंशन की राशि
बक्सर : जिले में उम्र और पात्रता नहीं रहने के बाद भी फर्जी तरीके से पेंशन योजना का लाभ लेनेवालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. फर्जी पात्रता लेकर पेंशन योजना लाभ उठानेवालों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में अपात्रों द्वारा पेंशन योजना की राशि लेनेवाले लाभुकों से राशि की वसूली भी की जायेगी. गौरतलब हो कि चार फरवरी को प्रभात खबर ने ‘बक्सर में चमत्कार! 3486 मुरदे भी उठा रहे पेंशन’ शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गयी थी. खबर छपने के बाद विभागीय अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया.
समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव वंदना किनी ने फर्जी लाभुकों पर प्राथमिकी दर्ज करने के साथ राशि वसूली का पत्र जारी किया है. पत्र प्राप्ति की पुष्टि बक्सर जिले के सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक अशोक कुमार चौधरी ने की. उन्होंने कहा कि पत्र के आलोक में अब विभागीय कार्रवाई की तैयारी शुरू की जायेगी.
बक्सर में 3486 मुरदों को मिलती रही पेंशन : खबर के माध्यम से प्रभात खबर ने बताया था कि नवंबर माह में सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत बांटी गयी पेंशन राशि की रिपोर्ट के मुताबिक 3486 मुरदों को पेंशन की राशि दी गयी है. जिले में कुल 10 हजार 199 फर्जी लोगों को पेंशन की राशि बांट दी गयी. सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा अपात्र सिमरी में मिले थे, जहां 1294 लोगों को इस योजना का लाभ सीधे दिलवाया गया.
सरकारी सेवक भी जांच के दायरे में : पेंशन धारकों के सत्यापन को लेकर बक्सर जिले में पिछले कई वर्षों से घोर लापरवाही बरती गयी है. समाज कल्याण विभाग की ओर से सत्यापन के बाद भी मृत पेंशनधारकों को योजना का लाभ देने का मामला उजागर हुआ था. विभागीय सूत्रों के अनुसार इस घालमेल में शामिल पंचायत सेवकों की मिली भगत से राशि का हेराफेरी होती थी. वैसे सरकारी सेवक भी जांच के दायरे में होंगे, जिन्होंने फर्जी लाभुकों को पेंशन का लाभ दिलाने में मदद की है. पूरे मामले का खुलासा विभागीय निर्देश के आलोक में पेंशन योजना के लाभुकों के बैंक खाता, आइएफएससी कोड, आधार कार्ड नंबर इत्यादि की सूचनाएं इ लाभार्थी पोर्टल पर अपलोड किये जाने के दौरान किये जा रहे सर्वे से हुआ था.
इन प्रखंडों में मिले थे अपात्र लाभुक : सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा अपात्र सिमरी में मिले, जहां 1612 अपात्रों को पेंशन का लाभ दिया गया. इनमें 1294 मृतक भी शामिल हैं. वहीं, चौगाईं में 20, चौसा में दो, केसठ में 314, राजपुर में 87, डुमरांव में 745, नावानगर 1032, बक्सर में 313, ब्रह्मपुर में 253, चक्की में 216 और इटाढ़ी प्रखंड में 217 अपात्रों को इस योजना का लाभ सीधे दिलवाया गया. बता दें कि इस कार्रवाई से अब फर्जी लाभुकों के होश ठिकाने आ जायेंगे.
दर्ज होगी प्राथमिकी
विभागीय पत्र के आलोक में फर्जी पेंशनधारियों पर कार्रवाई की जायेगी. मृतक के नाम पर पेंशन लेनेवालों पर भी प्राथमिकी करायी जायेगी. सरकारी राशि गबन के तहत मामला दर्ज कराया जायेगा. प्रावधान के मुताबिक वसूली भी की जायेगी.
अशोक कुमार चौधरी, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा, बक्सर
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