Advertisement
सीएस व प्रबंधक का वेतन रुका
कार्रवाई. अस्पतालों की नहीं बजी घंटी, तो डीएम हुए सख्त ने सिविल सर्जन व स्वास्थ्य प्रबंधक के वेतन भुगतान पर लगायी रोक दोनों अफसरों से डीएम ने किया जवाब-तलब बक्सर : जिले के अस्पतालों की फोन की घंटी नहीं बजी, तो सिविल सर्जन व स्वास्थ्य प्रबंधक पर गाज गिर गयी. डीएम रमण कुमार ने इसे […]
कार्रवाई. अस्पतालों की नहीं बजी घंटी, तो डीएम हुए सख्त
ने सिविल सर्जन व स्वास्थ्य प्रबंधक के वेतन भुगतान पर लगायी रोक
दोनों अफसरों से डीएम ने किया जवाब-तलब
बक्सर : जिले के अस्पतालों की फोन की घंटी नहीं बजी, तो सिविल सर्जन व स्वास्थ्य प्रबंधक पर गाज गिर गयी. डीएम रमण कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन ब्रज कुमार सिंह व जिला स्वास्थ्य प्रबंधक धनंजय शर्मा के वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया है. इसके अलावा दोनों अफसरों से जवाब-तलब भी किया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर दोनों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई भी की जा सकती है. हुआ यह कि डीएम के निर्देश पर डॉक्टरों की उपस्थिति व हाल जानने के लिए सोमवार की रात व मंगलवार की सुबह जिले के सभी अस्पतालों का जायजा लिया गया. इस दौरान सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक के फोन पर कॉल किया गया.
इस क्रम में कुछ अस्पतालों का फोन खराब मिला, तो कहीं घंटी बजने के बाद भी रिसिव नहीं किया गया. कुछ जगहों पर सुरक्षा में तैनात गार्ड व अन्य स्टाफ द्वारा फोन रिसिव किया गया. सदर अस्पताल का फोन भी ठीक नहीं पाया गया. इससे अधिकतर अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति की सही जानकारी नहीं मिल सकी. वहीं, यह भी मामला प्रकाश में आया कि अस्पतालों में डॉक्टरों की स्थिति ठीक नहीं है. इस पर जिलाधिकारी द्वारा गहरी नाराजगी प्रकट की गयी. डीएम ने इसके लिए सिविल सर्जन व स्वास्थ्य प्रबंधक को जिम्मेदार ठहराते हुए दोनों के खिलाफ कार्रवाई की है.
इन अस्पतालों का लिया गया जायजा : सदर अस्पताल बक्सर, अनुमंडल अस्पताल डुमरांव, पीएचसी सदर, चौसा, राजपुर, इटाढ़ी, डुमरांव, सिमरी, ब्रह्मपुर, चौगाई, केसठ, चक्की व नवानगर.
निर्देश का पालन नहीं किये जाने पर भड़के डीएम
बारबार निर्देश देने के बावजूद अस्पतालों में लैंडलाइन फोन को दुरुस्त नहीं किये जाने पर डीएम का गुस्सा काफी भड़का हुआ है. बताया जाता है कि डीएम रमण कुमार द्वारा समय-समय पर सिविल सर्जन, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से लैंडलाइन फोन को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया था.
कहा गया था कि लैंडलाइन फोन लगाने में उदासीनता बरतनेवाले चिकित्सा पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजा जाये. इसके बाद भी सिविल सर्जन द्वारा न तो फोन को दुरुस्त कराया गया और न ही कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा गया. डीएम रमण कुमार ने की माने, तो इस मामले में किसी भी प्रकार की कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने सिविल सर्जन व जिला स्वास्थ्य प्रबंधक को दो दिनों के भीतर इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement