दुर्घटना. शनिवार रात सड़क पर टहल रहे तीन को रौंदा, दो की मौत
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मौत बन सड़क पर दौड़ा एंबुलेंस
दुर्घटना. शनिवार रात सड़क पर टहल रहे तीन को रौंदा, दो की मौत ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव ग्रामीणों ने कहा, शराब के नशे में धुत था चालक मशक्कत के बाद पुलिस ने चालक को छुड़ाया बक्सर/चौसा : एंबुलेंस अकसर लोगों की जान बचाने के काम आती है. लेकिन शनिवार की बीती रात चौसा […]
ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव
ग्रामीणों ने कहा, शराब के नशे में धुत था चालक
मशक्कत के बाद पुलिस ने चालक को छुड़ाया
बक्सर/चौसा : एंबुलेंस अकसर लोगों की जान बचाने के काम आती है. लेकिन शनिवार की बीती रात चौसा की सड़कों पर एंबुलेंस मौत बनकर दौड़ी. एंबुलेंस की चपेट में आने से दो लोगों की तो घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. एक जीवन और मौत के बीच झूल रहा है. अंधेरी रात में चीख-पुकार मच गयी. बिजली न होने की वजह से लोग घरों से बाहर निकलकर सड़कों के आसपास बैठे थे. एंबुलेंस लोगों को रौंदते हुए अनियंत्रित होकर पलट गयी. जिसके बाद गुस्सायी भीड़ ने चालक को बंधक बना लिया.
काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने चालक को छुड़ाया. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची मुफस्सिल थाना पुलिस को देखते ही ग्रामीण आक्रोशित हो उठे. पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. किसी तरह पुलिस कर्मी अपनी जान बचाकर भागे. इसके बाद थानाध्यक्ष ने मामले की पूरी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी. इसके बाद वरीय पदाधिकारी विभन्नि थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. काफी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रण में आयी.
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि वाराणसी से मरीज को पहुंचा कर बक्सर की तरफ जा रही तेज गति की अनियंत्रित एंबुलेंस ने सबसे पहले सड़क के किनारे खड़ा उदय कुशवाहा के 13 वर्षीय पुत्र उमेश सिंह को रौंदते हुए स्व हीरालाल सिंह के 25 वर्षीय पुत्र बंदन कुमार सिंह (25) को कुचल दिया. जिनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. सड़क के किनारे बने नाले को पार करते हुए एक अन्य युवक महावीर यादव को भी कुचलते हुए एक चबूतरे में जा टकरायी.
महावीर यादव को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए वहां से वाराणसी रेफर किया गया है जहां उपचार चल रहा है. तीनों लोग मुफस्सिल थाना के मश्रिवलिया गांव के ही निवासी हैं. वाहन की गति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि किनारे बंधे कृष्णा सिंह की एक गाय व बछड़े की मौत भी वहां हो गयी है. आक्रोशित लोगों को काफी समझाने के बाद मृतकों के परिजनों चार-चार लाख मुआवजे की राशि देने की घोषणा के बाद लोग सड़क जाम से हटे. तब जाकर शव को पुलिस अपने कब्जे में ली और करीब एक बजे रात्रि के बाद सड़क पर परिचालन प्रारंभ हो सका.
चार घंटे तक गुस्सायी भीड़, मचाती रही उत्पात
घटना के बाद गुस्सायी भीड़ चार घंटे तक उत्पात मचाती रही. यातायात को पूरी तरह से बाधित कर दिया. सड़क पर आगजनी कर मुआवजे की मांग करने लगे. आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराने मश्रिवलिया गांव पहुंची मुफ्फसिल पुलिस को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया. जाम के चलते करीब चार घंटे तक मुख्य पथ पर आवागमन पूरी तरह ठप रहा. ग्रामीणों के अनुसार यह हादसा रात साढ़े नौ बजे के लगभग हुआ. जब गांव में लाइट नहीं थी और लोग सड़क के किनारे घूम रहे थे.
छावनी में तब्दील हुआ मश्रिवलिया गांव
इस घटना के बाद भीड़ बेकाबू हो गयी. एंबुलेंस को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं पुलिस पर पथराव कर घटनास्थल से पुलिस को भागने पर मजबूर कर दिया. विधि व्यवस्था की समस्या बिगड़ती देख भारी मात्रा में पुलिस बलों की तैनाती कर दी. जिसके बाद हालत सामान्य हुए. इस दौरान लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
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