बरबीघा. एक करोड़ 41 लाख की कमाई बंदोबस्ती से करने वाले बरबीघा शहर के सरकारी बस पडाव में नागरिक सुविधा का घोर अभाव है. भीषण गर्मी में पेयजल का घोर अभाव, बरसात में बजबजाते कीचड़ और सभी मौसम के लिए शेड और शौचालय की सुविधा नहीं होना हाइटेक बरबीघा के दावे का मुंह चिढ़ा रहा है. यात्री बस पड़ाव प्राइवेट जमीन को नगर प्रशासन लीज पर लेकर संचालित कर रही है. झारखंड, बंगाल सहित अन्ह्य शहरों के लिए बस सेवा से जुड़े सैकड़ों यात्री प्रत्येक दिन बस पड़ाव के बदतर हालातों के गवाह बन रहा. ठेकेदार प्रत्येक दिन बस पड़ाव में वाहनों से हजारों रुपयों का ठेका भी वसूल रहे हैं. लेकिन यात्रियों की सुविधा के नाम पर व्यवस्था एकदम शून्य है. बुधवार को बस स्टैंड का पड़ताल करने पर पाया गया कि वर्षों पूर्व चलंत शौचालय तो लगाये गये. लेकिन दोबारा उसकी सुदी नहीं ली जा सकी. अनदेखी के कारण स्थिति जर्जर हो चुकी है. शौचालय के पास गंदगियों का अंबार लगा हुआ है. पेयजल के नाम पर एक छोटा चापाकल जैसे तैसे स्थानीय लोगों की कृपा से चल रहा है. उस पर भी एक होटल वाले ने कब्जा कर रखा है. प्यास लगने पर यात्री बंद बोतल में पानी खरीदते पाये गये. यात्री शेड के नाम पर वर्षों पूर्व संचालित एक होटल का कमरा बचा हुआ है. कमरे का छत खपड़ा का बना हुआ है. वो भी आधा टूट चुका है. धूप से बचने के लिए यात्री शेड में मौत के साये के नीचे बैठने को विवश हैं. बस स्टैंड के मुहाने पर दुकानदारों ने कब्जा जमा लिया है. पूछने पर बताया गया की जमीन मालिक को दुकान लगाने के बदले किराया भी देते हैं. गौरतलब हो कि एक सरकारी बस स्टैंड में यात्रियों के लिए कई सुविधाएं होनी चाहिए, जैसे कि प्रतीक्षालय, साफ-सुथरे शौचालय, पेयजल, बैठने की जगह, और सुरक्षा व्यवस्था. इसके अलावा, टिकट बुकिंग काउंटर, सूचना बोर्ड और समय-सारणी भी उपलब्ध होनी चाहिए. लेकिन आज तक बरबीघा बस स्टैंड में इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर नगर परिषद में कभी भी ध्यान देना जरूरी नहीं समझा है. महिलाओं को होती है काफी फजीहत : बस स्टैंड में असुविधाओं के कारण सबसे ज्यादा फजीहत महिला यात्रियों को झेलनी पड़ती है. बस के इंतजार के दौरान बाथरूम लगने पर महिला यात्रियों को खुले में बाथरूम जाना पड़ता है. बस स्टैंड में शौचालय का अभाव और चार दिवारी नहीं होने के कारण आसपास के घरों से लोग उन्हें झांकते है जिस वजह से उन्हें काफी शर्मिंदगी उठाना पड़ता है. सड़क किनारे खड़ा हो यात्री करते हैं बस का इंतजार : पिछले कुछ वर्षों में नगर परिषद बरबीघा को बस स्टैंड से करोड़ों रुपयों का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है. लेकिन आज तक समुचित यात्री शेड का निर्माण नहीं किया गया है. नतीजा आम से लेकर खास लोगों को सड़क के किनारे खड़ा होकर बस आने का इंतजार करना पड़ता है. खासकर भीषण गर्मी में सड़क के किनारे खड़ा होकर बस का इंतजार करना यात्रियों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है. पेयजल की नहीं हो चुकी समुचित व्यवस्था : स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर प्रशासन के द्वारा पिछले कई वर्षों से पेयजल की व्यवस्था करने का झूठा आश्वासन दिया जा रहा है. पिछले वर्ष ही कहा गया था कि बोरिंग लगाकर वाटर एटीएम लगाया जायेगा. लेकिन आज आम यात्रियों के लिए वाटर एटीएम की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसका नतीजा गरीब यात्रियों के जेब पर सीधे तौर पर पड़ता है. खास कर गर्मी के महीना में यात्री पानी पीने के लिए इधर-उधर खाक छानते रहते हैं. क्या कहते है लोग मैं पिछले तीन वर्षों से बरबीघा से पटना की यात्रा कर रहा हूं. इतना घटिया और सुविधाओं का अभाव वाला बस स्टैंड अभी तक मैं नहीं देखा है. बरसात के दिनों में स्टैंड की हालत नर्क से भी बत्तर हो जाती है. प्रमोद त्रिपाठी (पटना जाने वाले यात्री) पिछले कई वर्षों से बस स्टैंड से गाड़ी पकड़ कर विभिन्न स्थानों पर जाता रहता हूं. इस स्टैंड में परिवार के साथ बस का इंतजार करना काफी मुश्किल भरा घड़ी होता है. खासकर पत्नी को या बच्चों को वॉशरूम लगने पर काफी फजीहत का सामना करना पड़ता है सनोज कुमार (बिहारशरीफ जाने वाले यात्री) बरबीघा बस स्टैंड की हालत गांव के स्टैंड से ज्यादा बेहतर नहीं है. बच्चों के साथ धूप में बस आने का इंतजार कर रही हूं. भैया बस स्टैंड कम तबेला ज्यादा लगता है. महिला यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा गया है. कुसुम देवी, बरबीघा बस स्टैंड में पत्नी या परिवार के साथ सड़क किनारे खड़ा होकर बस का इंतजार करना काफी असहज भरा स्थिति होता है. यात्रियों से करोड़ों रुपये टैक्स के रूप वसूला जाता है लेकिन सुविधा के नाम पर नील बटा सन्नाटा है. पानी तक यात्रियों को खरीद कर पीना पड़ता है. नगर परिषद यात्रियों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ कर रहा है. पिंटू कुमार यात्री क्या कहते हैं अधिकारी एक सप्ताह के अंदर बरबीघा बस स्टैंड के अलावा गौशाला बस स्टैंड में वाटर एटीएम लगा दिया जायेगा. शौचालय और अन्य सुविधाओं को बहाल करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही यात्रियों को उच्च स्तरीय सुविधा मिलनी शुरू हो जायेगी. संदीप कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद बरबीघा
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