राजगीर. आठ दिनों बाद राजगीर के प्रसिद्ध केबिन रोपवे का संचालन 17 अप्रैल से फिर शुरू होगा. रोपवे के संचालन शुरू होने की खबर से पर्यटकों में उत्साह और खुशी का माहौल है. रोपवे के प्रबंधक दीपक कुमार ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि रोपवे का संचालन नौ अप्रैल से मेंटेनेंस के लिये बंद किया गया था. राजगीर का रोपवे न केवल देश का सबसे पुराना रोपवे है, बल्कि यह अपने अनोखे ढांचे और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है. यह रोपवे सैलानियों को राजगीर की पहाड़ियों के बीच रोमांचक और हवाई सफर कराता है. इससे पर्यटक विश्व शांति स्तूप जैसे दर्शनीय स्थलों तक आसानी से पहुंचते हैं. नौ अप्रैल से यह रोपवे मरम्मत और तकनीकी जांच के कारण बंद था. लेकिन अब सभी सुरक्षा मानकों को पूरा करते हुए इसे फिर से शुरू किया जा रहा है. रोपवे के पुनः संचालन की घोषणा होते ही होटल व्यवसायियों, स्थानीय दुकानदारों और गाइड्स में भी खुशी की लहर दौड़ गई है. इससे पर्यटन को फिर से गति मिलेगी। प्रशासन द्वारा पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यापक तैयारियाँ की गई हैं. सुरक्षा जांच, टिकट व्यवस्था और रोपवे के संचालन में पूरी सतर्कता बरती जा रही है. दीपक कुमार ने कहा कि गर्मी की छुट्टियों और पर्यटकों की बढ़ रही भीड़ को देखते हुए रोपवे का शुरू होना पर्यटकों के लिए बेहतरीन अवसर है. अब सैलानी एक बार फिर राजगीर की हरी-भरी वादियों, पहाड़ों और बौद्ध धरोहरों का आनंद लेते हुए इस खूबसूरत रोपवे यात्रा का अनुभव कर सकेंगे.
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