शेखपुरा. ठेके पर बहाल कर्मियों के बदहाली का ज्वलंत मुद्दा सदर अस्पताल से सामने आया है. सदर अस्पताल शेखपुरा के सुरक्षा में तैनात आउटसोर्सिंग के तहत प्रहरी को पिछले 6 माह से वेतन नहीं मिला है. आउटसोर्सिंग के तहत शिव प्रोटेक्शन प्राइवेट लिमिटेड के तहत बहाल लगभग एक दर्जन सुरक्षा प्रहरी दिन-रात सदर अस्पताल की सुरक्षा में तैनात है. जिसमें महिला सुरक्षाकर्मी भी शामिल है. सुरक्षा कर्मी निर्धारित शिफ्ट में दुरुस्त होकर चकाचक कपड़े और जूते पहनकर अपनी ड्यूटी बजाने को मजबूर है. हद तो यह है कि बिना वेतन के काम करने वाले इन सभी सुरक्षा प्रहरियों के बारे में सदर अस्पताल प्रबंधन, अधीक्षक, उपाधीक्षक या जिला प्रशासन के किसी अधिकारी ने सुध लेने की आवश्यकता नहीं समझी. पिछले 6 माह से वेतन नहीं मिलने को लेकर इन सभी ने सदर अस्पताल अधीक्षक से वेतन की गुहार लगाई है. सुरक्षा प्रहरी महेश कुमार, विनय कुमार, सुनीता देवी, मंजू देवी ,कंचन देवी, बमबम कुमार, शिव शंकर पांडेय, दिनेश कुमार आदि ने अपने गुहार में बताया कि शिव प्रोटेक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा वेतन नहीं दिए जाने के साथ-साथ इसे लगातार कार्य लिया जा रहा है. कंपनी द्वारा इन सभी को वर्दी भी नहीं दी जा रही है. वर्दी की साफ सफाई और जूते आदि पर भी इन्हें अपने पहले के जमा पूंजी लगानी पड़ रही है . कंपनी द्वारा इन सभी को किसी प्रकार का पहचान पत्र भी नहीं दिया है . इसके बावजूद सदर अस्पताल कंपनी द्वारा तैनात सुरक्षा कर्मियों की सेवा ले रहा है. इन सभी सुरक्षा प्रहरियों ने अपनी समस्याओं को विस्तार से वर्णन करते हुए सदर अस्पताल अधीक्षक से वेतन उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है. सुरक्षा प्रहरियों ने वेतन के अभाव में भुखमरी के कगार पर पहुंच जाने की समस्याओं से अधीक्षक को अवगत कराया है.
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