करायपरसुराय. झारखंड में लगातार बारिश होने के कारण प्रखंड क्षेत्र के महत्वाइन नदी का पूर्वी तटबंध टूटने से कई गांवों के खंधे में बाढ़ का पानी घुस गया. तटबंध टूटने से प्रखंड क्षेत्र की मकरौता पंचायत के सदरपुर, मुशाढ़ी, कमरथू, फतेहपुर, बैरीगंज आदि गांवों के खंधे में तेज गति से बाढ़ का पानी घुस रहा है. ग्रामीण उमेश, राजू, संजय, अमीत, सीता शरण, रवि कारू, अजीत ने बताया कि आंगनबाड़ी एवं प्राथमिक विद्यालय के 100 फुट दूरी पर महत्वाइन नदी का पूर्वी तटबंध टूट जाने से सैकड़ों एकड़ खेत में लगे धान की फसल जलमग्न हो गयी, जिससे सैकड़ों किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ा. स्थानीय किसानों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सोमवार की सुबह सात बजे नदी का तटबंध करीब 30 फुट टूट गया, जिसकी जानकारी पूरे प्रखंड में हवा की तरह फैल गयी. इसके बावजूद भी प्रशासन एवं विभाग मदद के लिए नहीं पहुंची व चुपी साधे रही है. स्थानीय किसानों ने तटबंध को बांधने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन पानी की तेज धार बहने के कारण किसान तटबंध बांधने में असमर्थ रहे. ग्रामीणों को डर सता रहा है कि अगर टूटे हुए तटबंध को जल्द से जल्द मरम्मत नहीं किया गया, तो घरों में पानी घुसने लगेगा. अभी सदरपुर गांव की गलियों में एक से दो फुट बाढ़ का पानी घुस गया है. प्रशासन एवं विभाग के प्रति ग्रामीणों का रोष प्रकट है. प्रखंड क्षेत्र के फरासपुर, चन्दपुर, गोदू विगहा, सदरपुर, कमरथू, डियावां समेत विभिन्न गांवों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है. प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों विद्यालय बाढ़ की पानी से प्रभावित हो गये हैं, जिसके कारण छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन प्रभावित हो गया है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिस विद्यालय में बाढ़ की पानी प्रवेश कर गया है. वहां के शिक्षकों को बगल के सुरक्षित विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है. सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को सूचित किया गया है कि जिस विद्यालय तक पहुंच पथ आने में पानी लगता है. उस गांव के बच्चों को स्थिति सामान्य होने तक विद्यालय नहीं बुलाने को कहा गया है. इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दे दी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

