सिलाव. स्थानीय प्रखंड कार्यालय परिसर में बुधवार को विभिन्न बैंकों द्वारा एक ऋण शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया, जिसमें किसानों, छोटे व्यापारियों, महिलाओं एवं युवाओं की भागीदारी विशेष रूप से देखने को मिली. शिविर में भाग लेने वाले बैंककर्मियों ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को औपचारिक बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना है ताकि वे सरकारी योजनाओं एवं बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकें। इस शिविर के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड, मुद्रा लोन, व्यक्तिगत ऋण, स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी व्यवसायियों को लोन, महिला उद्यमिता योजना के तहत ऋण, शिक्षा ऋण आदि के लिए आवेदन लिए गए और मौके पर ही कई लोगों को ऋण स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए गए. बैंक अधिकारियों ने बताया कि आज के समय में आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने में इस प्रकार के ऋण शिविरों की महत्वपूर्ण भूमिका है. लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें आवश्यक पूंजी उपलब्ध कराना प्राथमिक लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि “हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को बैंक ऋण उपलब्ध कराकर उन्हें खुद का व्यवसाय शुरू करने हेतु सक्षम बनाया जाए. शिविर में ग्रामीणों को बैंकिंग प्रक्रियाओं की जानकारी भी दी गई, जैसे कि लोन लेने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, समय पर ऋण भुगतान के लाभ आदि. साथ ही डिजिटल बैंकिंग सेवाओं, बीमा योजनाओं और बचत खातों की महत्ता पर भी चर्चा की गई. इस अवसर पर बैंक प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी उपस्थित थीं. कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी इस तरह के शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँच सके.
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