शेखपुरा . जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्र में 6 नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर चुनाव प्रचार का काम मंगलवार शाम को थम जाएगा. चुनाव प्रचार को लेकर सभी प्रत्याशियों और राजनीतिक दल ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. लेकिन जिले के लगभग पांच लाख मतदाता अभी अपना पत्ता नहीं खोला है. सभी मतदाताओं के दिल में उतरने को लेकर अपनी पूरी ताकत लगायी रखी है. छह अक्टूबर को चुनाव आयोग द्वारा मतदान की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लगने के बाद 10 अक्टूबर को मतदान के लिए अधिसूचना जारी की गई. इसके बाद नामांकन का काम शुरू हुआ नामांकन का काम 17 अक्टूबर तक चला. 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की गई. जिसमें शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र में 10 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए गए. 20 अक्टूबर को प्रत्याशियों के नाम वापस लेने की तिथि निर्धारित थी. जब बरबीघा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार ने अपना नाम वापस लिया॰ उसके बाद सभी पार्टी प्रत्याशी अपने-अपने चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव प्रचार में कूद गए. जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्र शेखपुरा और बरबीघा में 9-9 प्रत्याशी अपना राजनीतिक भाग्य आजमा रहे हैं. चुनाव प्रचार में लोगों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी महागठबंधन और एनडीए के स्टार प्रचारकों ने भी अपने अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए कई चुनावी सभाओं का आयोजन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरा तेजस्वी यादव, वीआईपी के मुकेश सहनी, जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर आदि ने चुनाव प्रचार किया. बंगाल की खाड़ी में उठे मोंथा चक्रवात के असर से कई दिनों तक बारिश के बीच भी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार जारी रखा. बड़ी संख्या में प्रत्याशी छाता लगाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में गोल बंद करने में लगातार लगे रहे हैं. जिले में कुल 4,94,054 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. जिसमें 2,59,440 पुरुष और 2,34,610 महिला मतदाता के साथ-साथ चार ट्रांसजेंडर मतदाता भी शामिल है. दोनों विधानसभा क्षेत्र में कुल 582 मतदान केंद्र हैं. इसमें 275 बरबीघा विधानसभा क्षेत्र में और 307 मतदान केंद्र शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र में है.
मतदान के दिन जिले के सभी सरकारी अस्पताल जिला से लेकर गांव तक अलर्ट मोड में रखा गया है. वहां सभी केंद्र पर चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दवा के साथ तैनात करने का आदेश जारी कर दिया गया है. चुनाव आयोग के निर्देशों के आलोक में सदर अस्पताल, सभी प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ वेलनेस सेंटर आदि पर मतदान के दिन स्वास्थ्य सेवा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा चुनाव आयोग के निर्देशों के आलोक में जिला से लेकर प्रखंड स्तर पर संचालित नियंत्रण कक्ष में भी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की एक-एक टीम को आपातकाल के लिए तैनात करने का आदेश जारी किया गया है. नियंत्रण कक्ष पर अग्नि सेवा की भी तैनाती की गई है.
जिला से लेकर प्रखण्ड स्तर पर नियंत्रण कक्ष 6 नवंबर को मतदान के लिए जिले में सूचना तंत्र को पूरा मजबूत किया गया है. जिला मुख्यालय स्थित बनाए गए नियंत्रण कक्ष के अलावा सभी प्रखंड मुख्यालय में एक-एक नियंत्रण कक्ष बनाए जाने के साथ-साथ दोनों निर्वाची पदाधिकारी स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. मतदान के दौरान ईवीएम में आने वाली गड़बड़ी को जीरो रखने के भी इन सभी केंद्रों पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस संबंध में आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी नियंत्रण पक्ष में किसी भी आपातकाल से निपटने को लेकर एंबुलेंस और चिकित्सीय वैन भी तैनात किया गया है. सभी नियंत्रण कक्ष पर मास्टर ट्रेनर और अभियंता के साथ सुरक्षित ईवीएम मशीन भी एलर्ट मोड में रखा गया है. मतदान शुरू होने के बाद किसी भी केंद्र पर इवीएम में आने वाली तकनीकी गड़बड़ी को तत्काल दूर करने की पूरी व्यवस्था कर ली गई है. मास्टर ट्रेनर, अभियंता को ईवीएम मशीन के साथ चुनाव ड्यूटी में लगाए गए सभी सेक्टर पदाधिकारी के साथ भी कर दिया गया है. सेक्टर पदाधिकारी पूरे मतदान के दौरान क्षेत्र में मोबाइल मोड में रहेंगे. चुनाव आयोग के निर्देश पर पहली बार चुनाव को लेकर सभी सूचना के आदान-प्रदान के लिए इसीआई-नेट एप का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसे चुनाव आयोग ने सभी 40 एप का एक एप के रूप में तैयार किया है. मतदान सवेरे 7 बजे से अपराह्न 6 बजे तकजिले में प्रथम चरण के तहत 6 नवंबर को सभी 582 मतदान केदो पर मतदान का काम सवेरे 7 बजे से अपराह्न 6 बजे तक किया जाएगा. त्रुटि पूर्ण रहित मतदान को लेकर 7 बजे से पहले मतदान कर्मियों को चुनाव में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों के एजेंट के समक्ष मॉक पॉल करने की अनिवार्यता है. पहली बार मतदान कर्मी और पोलिंग एजेंट बंद कमरे में बैठकर लोगों को मतदान कार्य संपादित करने में मदद करेंगे. मतदान कार्य शुरू होने के पूर्व सभी पोलिंग एजेंट को चुनाव आयोग के निर्देशों के आलोक में 17 सी प्रपत्र उपलब्ध कराया जाएगा. इस प्रपत्र पर मॉक पोल के साथ-साथ मतदान समाप्ति आदि के बारे में जानकारी लेते हुए अंत में उन्हें पीठासीन पदाधिकारी को हस्ताक्षर कर हस्तगत कर देने का आदेश जारी किया गया है. मतदान को लेकर दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए मतदान केंद्रों पर अन्य सुविधाओं के अलावा व्हीलचेयर आदि की व्यवस्था की गई है. चुनाव आयोग के निर्देशों के आलोक में मतदान केंद्रों पर पीने का पानी, बिजली, शौचालय के साथ-साथ वीडियोग्राफी वेब कास्टिंग आदि की व्यवस्था भी कर ली गई है.
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