बरबीघा. खेतों में शौच के लिए गये महादलित परिवार के लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है. घटना में कई लोग घायल हुए, जिसमें एक महिला का हाथ टूट गया. जबकि एक 15 वर्षीय बच्चे का सिर फट गया. घटना मंगलवार की देर संध्या नगर परिषद बरबीघा क्षेत्र के वार्ड पांच शेरपर गांव में घटी. दरअसल मांझी समुदाय की महिलाएं खेतों में शौच के लिए रेलवे लाइन के आसपास गयी हुई थी. उसी समय बगल के गांव पुनेसरा के कुछ युवक वहां पहुंच गये. दलित महिलाओं के साथ खेतों में शौच करने को लेकर गाली-गलौज करने लगे. बात बढ़ी तो लाठी डंडे से लैस अज्ञात युवकों ने मांझी समुदाय के ऊपर हमला बोल दिया. इस घटना में उमेश मांझी के 15 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार का सिर फट गया. वहीं, विनोद मांझी की पत्नी उषा देवी का बायां हाथ कई जगह से टूट गया. घटना के बाद घायलों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल बरबीघा में भर्ती कराया गया. वहीं गुस्साए मांझी समुदाय के सैकड़ों लोग बरबीघा थाना पहुंचकर हंगामा करने लगे. थाना अध्यक्ष गौरव कुमार ने स्थिति को भागते हुए तुरंत एक्शन लिया और गश्ती गाड़ी को घटनास्थल पर भेजा. हालांकि तब तक मारपीट करने वाले लोग वहां से फरार हो चुके थे. थाना अध्यक्ष गौरव कुमार ने बताया कि मारपीट के दौरान आरोपित युवकों में से एक का मोबाइल घटनास्थल पर गिर गया था, जिसे बरामद कर लिया गया है. पीड़ित पक्ष के द्वारा आवेदन दिया गया है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल शुरू करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गयी है.
ओडीएफ की खुली पोल : वही इस घटना ने शेखपुरा के ओडीएफ जिले की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल बहुत पहले शेखपुरा जिले को ओडीएफ यानी कि खुले में शौच से मुक्त जिला घोषित किया गया था. जबकि जमीनी हकीकत यह है कि आज भी जिले में अधिकांश दलित, महादलित समुदाय के लोग खेतों में ही शौच के लिए जाते हैं. पीड़ितों ने बताया कि मोहल्ला में एक छोटा सा शौचालय है. लेकिन सही तरीके से संचालित नहीं होने के कारण वे लोग खेत में ही शौच जाने को मजबूर है.
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