राजगीर. खेलों इंडिया यूथ गेम्स के पहले शहर में नगर प्रशासन द्वारा शनिवार को बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. शहर की सड़कों और फुटपाथों से अवैध रूप से लगी सैकड़ों दुकानों को बलपूर्वक हटाया गया. एक तरफ इस कार्रवाई से शहर में अफरा-तफरी मच गयी. फुटपाथ और सड़क के किनारे लगे ठेले, खोमचे, अस्थायी दुकानें और कच्चे निर्माण ध्वस्त कर दिये गये हैं. लोकभूमि पर कर्कट शेड लगाने वाले भी नहीं बख्शे गये. इस दौरान कुछ दुकानदारों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासनिक सख्ती के आगे उनकी कुछ नहीं चली. चारो ओर कोहराम मच गया. देखते देखते सैंकड़ों लोगों की रोजीरोटी छिन गयी. दूसरी तरफ स्थानीय लोगों और पर्यटकों को अब दोगुनी चौड़ी सड़कों का लाभ मिलने लगा है. इससे न केवल आवागमन में सुविधा बढ़ेगी, बल्कि शहर का सौंदर्य भी बढ़ेगा. अधिकारियों ने कहा कि शहर के सौंदर्यीकरण और यातायात सुगमता के लिए यह कदम जरूरी है। नगर परिषद के नगर प्रबंधक सुजीत कुमार के नेतृत्व में यह अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा पूर्व में कई बार नोटिस जारी कर दुकानदारों को स्वेच्छा से हटने का अवसर दिया था. लेकिन चेतावनी के बाद भी अतिक्रमण न हटाने पर नगर प्रशासन ने बुलडोजर के साथ कार्रवाई की. अभियान के दौरान पुलिस बल भी तैनात रही. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ फुटपाथ दुकानदारों के पुनर्वास के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की भी योजना बनाई गयी है. जिन फल सब्जी के दुकानदारों को ननवेंडिग जोन से हटाया गया है. उन सभी को नगर परिषद द्वारा चिन्हित वेंडिंग जोन में बसाया जायेगा। राजगीरवासियों और पर्यटकों ने नगर परिषद के इस अभियान का स्वागत किया है. बताया जाता है कि शनिवार को दोपहर में नगर परिषद की टीम पुलिस बल के साथ जब सड़कों पर बुलडोजर के साथ उतारा तब शहर में हड़कंप मच गया. फुटपाथ और सड़क किनारे अवैध रूप से लगे सैकड़ों दुकानों को हटाते हुए अधिकारियों ने साफ संदेश दिया कि अब अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. सूत्रों के अनुसार कुछ दुकानदारों ने मौके पर विरोध करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासनिक सख्ती के आगे उनकी एक भी नहीं चली. देखते ही देखते मुख्य बाजार क्षेत्र के अलावे धर्मशाला रोड, गिरियक रोड, काॅलेज रोड, थाना रोड, पटेल चौक, बस स्टैंड, छबिलापुर मोड़, बिहारशरीफ रोड से अवैध कब्जे को हटाया गया है. अतिक्रमण हटाने के बाद अब सड़कें साफ सुथरी और चौड़ी दिखने लगी है. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि वर्षों से सड़क किनारे के अतिक्रमण से शहर को जाम की समस्या और अव्यवस्था बनी हुई थी. अब सड़कें खुली-खुली लग रही हैं. वहीं प्रभावित दुकानदारों ने कहा उनके सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है. उनके परिवारों का भरन पोषण कैसे होगा भगवान ही मालिक है. कुछ प्रभावित लोगों ने नगर प्रशासन पर दोहरी नीति अपनाने का गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि फुटपाथ पर के फल – सब्जी, ठेला दुकानदारों को तो हटाया गया लेकिन जो लोग सड़क पर गाड़ी बनाते हैं उनको कोई टोकने वाले भी नहीं है. पर्यटक शहर अतिक्रमणकारियों के दंश से कराह रहा है. अरबों की लोकभूमि पर अतिक्रमणकारियों का साम्राज्य कायम है. शिकायत करने के बाद भी जिम्मेदार नोटिस नहीं लेते हैं. इधर प्रशासन का दावा है कि इस तरह की कार्रवाई से राजगीर की सुंदरता बढ़ेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. पीड़ित दुकानदारों ने प्रशासन से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की है.
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