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दहशत से गायब रही आंखों की नींद

रमना मैदान व खुले मैदानों में परिजनों के साथ लोगों ने काटी रात सोशल मीडिया पर भूकंप आने का मैसेज लगातार प्रसारित होने के कारण लोग दहशत में आ गये. अनहोनी की आशंका को देखते हुए लोगों के आंखों से नींद गायब हो गयी. नतीजतन लोगों ने सुरक्षा के मद्देनजर रमना मैदान व खुले मैदानों […]

रमना मैदान व खुले मैदानों में परिजनों के साथ लोगों ने काटी रात
सोशल मीडिया पर भूकंप आने का मैसेज लगातार प्रसारित होने के कारण लोग दहशत में आ गये. अनहोनी की आशंका को देखते हुए लोगों के आंखों से नींद गायब हो गयी. नतीजतन लोगों ने सुरक्षा के मद्देनजर रमना मैदान व खुले मैदानों में अपने परिवार व बच्चों के साथ रात काटी.
इसको लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से चौकस था. रमना मैदान में चिकित्सा के साथ-साथ पुलिस के जवान भी लोगों की सुरक्षा में पूरी तरह से तैनात थे. प्रशासन ने लोगों से किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की.
आरा : भूकंप के झटके दो दिनों से लगातार होने के कारण लोग पूरी तरह दहशत में आ गये. रविवार को रमना मैदान की रात का नजारा दिन जैसा दिख रहा था. रमना मैदान में लोगों की भारी भीड़ लगी हुई थी. अनहोनी का खौफ लोगों के चेहरे पर साफ दिख रहा था.
स्थिति यह थी कि समझाने के बाद भी लोग किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे. रमना मैदान में बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने लाइट व चिकित्सकों की एक टीम की भी व्यवस्था की थी. वहीं सुरक्षा के लिए पुलिस की भी तैनाती की गयी थी. जिले के प्रभारी जिलाधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा, एसपी नवीन चंद्र झा, एसडीओ अनिल कुमार, सीएस डॉ एसके अमन, डीसीएलआर कृष्ण मोहन सिंह, एएसपी अभियान मो साजिद, विकास कुमार, एसडीपीओ विनोद कुमार रावत, बीडीओ संजय पाठक सहित जिले के कई अधिकारी रमना मैदान में जमे हुए थे.
रात में दिखा दिन जैसा रमना मैदान का नजारा : रमना मैदान में दिन में और शाम में लोगों के टहलने और खेलने के लिए भीड़ लगी रहती है, लेकिन रविवार की रात का नजारा दिन जैसा था. लोगों की आंखों में दहशत थी, तो कई लोग इससे पूरी तरह इंटरटेन कर रहे थे. जिला प्रशासन ने लोगों की भीड़ को देखते हुए लाइट की चाक-चौबंद व्यवस्था की थी. कई लोग रमना मैदान में अपने परिवार व बच्चों के साथ खाना भी लाये थे. वहीं पूरी रात रमना मैदान लोगों से खचाखच भरा रहा.
अफवाहों पर ध्यान न देने की प्रशासन ने अपील की : अफवाहों पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं देने की जिला प्रशासन ने अपील की है. प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि किसी प्रकार की अफवाह में आने की आवश्यकता नहीं है. इसके लिए जिला नियंत्रण कक्ष से मदद ली जा सकती है. साथ ही लोगों से इस दुख की घड़ी में संयम और शांति के साथ एक दूसरे की मदद करने की अपील की. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की एक टीम भी रमना मैदान में रखी गयी है, ताकि किसी की तबीयत खराब होने पर उसका तुरंत उचित इलाज किया जा सके.
अफवाह के बाद बोतल ले दौड़ पड़ा मरीज
तबीयत खराब होने की वजह से मरीज को सदर अस्पताल में भरती कराया गया था, जहां उसे पानी चढ़ाया जा रहा था. अफवाह उड़ा कि फिर भूकंप आनेवाला है. इसके बाद मरीज पानी का बोतल लेकर सदर अस्पताल परिसर से भाग खड़ा हुआ.
पानी में जहर की उड़ती रही अफवाह
भूकंप के लगातार झटकों के बाद अफवाहों का बाजार गरम हो गया. लोगों द्वारा तरह-तरह की अफवाहें उड़ायी जाने लगीं. अफवाह का सबसे ज्यादा असर चरपोखरी के मुकुंदपुर व पसउर गांव में देखने को मिला. हलधर पांडेय की पत्नी, उनकी बच्ची तथा ग्रामीण राजेश कुमार की तबीयत खराब हो गयी. इसकी सूचना मिलते ही एसडीओ तथा एसडीपीओ दल-बल के साथ गांव पहुंचे, जहां सुरक्षा के मद्देनजर दोनों गांवों के चापाकलों को सील कर दिया गया. वहीं अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की. वहीं, उदवंतनगर प्रखंड में भी इस तरह की अफवाह उड़ने की बात सुन कर अधिकारियों की एक टीम उदवंतनगर पहुंची.
वार्ड छोड़ कर पूरी रात बाहर सोये मरीज
भूकंप आने की अफवाह मिलने के बाद सदर अस्पताल के वार्ड में भरती मरीज वार्ड छोड़ कर बाहर निकल गये और सदर अस्पताल परिसर में वार्ड के बाहर पूरी रात काटी. दहशत को लेकर पूरी रात मरीज व उनके परिजन जगे रहे. प्रशासन के बार-बार अपील के बाद भी लोगों के बीच डर नहीं मिट रहा था.
भूकंप को ले नियोजित शिक्षकों का धरना स्थगित
कोईलवर. नेपाल समेत बिहार के कुछ जिले में भूकंप की त्रसदी को लेकर नियोजित शिक्षक सोमवार व मंगलवार को हड़ताल पर रहते हुए भी कहीं भी धरना-प्रदर्शन नहीं करेंगे. इससे पहले शिक्षकों ने प्रखंड कार्यालय, कोईलवर परिसर में भूकंप त्रसदी में मृत लोगों के लिए दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की़. इस त्रसदी को देखते हुए प्रखंड इकाई, कोईलवर के सचिव रजनीकांत सिंह ने बताया कि नियोजित शिक्षकों द्वारा 28 अप्रैल को प्रदर्शन सह आक्रोश मार्च निकालने का निर्णय लिया गया था, लेकिन भूकंप त्रसदी के कारण सर्वसम्मति से इस कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है, जबकि 19 दिनों से चली आ रही हड़ताल जारी रहेगी़ इस मौके पर शिक्षक धर्मेंद्र प्रसाद, अबुल फजल, राकेश रंजन, हरेराम राय, सुमन, संजय कुमार समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थ़े
भाकपा माले ने चलाया सहायता कोष संग्रह अभियान
आरा : भूकंपपीड़ितों की सहायता करने को लेकर भाकपा माले व आइसा द्वारा राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने शहर में कोष संग्रह करने का अभियान चलाया. इस दौरान भाकपा माले के नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने कहा कि नेपाल और भारत के कई राज्यों में भूकंप से ज्यादा लोग पीड़ित हुए हैं.
सबसे ज्यादा नेपाल के लोग पीड़ित हुए हैं. इसमें हजारों लोगों की जानें चली गयीं. इस दुख की घड़ी में उनकी मदद को लेकर कोष संग्रह कर भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि यह अभियान एक सप्ताह तक चलेगा. इस मौके पर अजीत कुशवाहा, गोपाल प्रसाद, बाल मुकुंद चौधरी, राजेंद्र यादव, दीनानाथ सिंह, मुकेश सहित कई लोग उपस्थित थे.
लोगों की सुरक्षा में तैनात थे अधिकारी व जवान
लोगों के भय को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किये गये थे. रमना मैदान से लेकर शहर के महाराजा कॉलेज खेल मैदान, जैन कॉलेज परिसर स्थित खेल मैदान सहित खुले मैदानों में सुरक्षा के मद्देनजर अधिकारियों के साथ पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी.

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