शाहपुर : हर पिता अपने पुत्र में अपना प्रतिबिंब छोड़ जाता है और साथ में छोड़ जाता है. अपने अधूरे सपने. वह सपने जो पुत्र को साकार करने पड़ते हैं. शाहपुर की धरती पर विशेश्वर ओझा की एक अपनी पहचान थी, लेकिन उस पहचान व उड़ान, उस धरोहर को दुर्भाग्यवश असामाजिक तत्वों का शिकार होना पड़ा, जो क्षेत्र की जनता व प्रदेश के लिए एक बड़ी क्षति थी.
उनके पुत्र राकेश ओझा को वो सपनों को पूरा करने के लिए यहां की जनता उन्हें सहयोग करें. उक्त बातें विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता साध्वी सरस्वती ने शाहपुर में स्वर्गीय विशेश्वर ओझा की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह सह श्रद्धांजलि सभा में लोगों को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि जैसा उन्हें जानकारी है, उसके अनुसार विशेश्वर ओझा सामाजिक तौर पर सबको एक साथ लेकर चलने में विश्वास रखते थे.
बिहार के राजनीतिक क्षेत्र में उन्होंने अपना एक मुकाम हासिल किया हुआ था, लेकिन होनी को कोई टाल नहीं सकता. वहीं, विशेश्वर ओझा के पुत्र राकेश विशेश्वर ओझा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिता के अधूरे सपनों को साकार करने में कोई कसर बाकी नहीं रहेगी.
साथ ही उन्होंने अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने को लेकर न्यायिक प्रक्रिया पर विश्वास जताते हुए कहा कि शाहपुर की जनता न्याय प्रिय है, जो अपने तरीके से हत्यारों एवं साजिश करनेवालों को सजा देगी. मुझे अपने शाहपुर की जनता पर पूरा विश्वास है.
सभा को संबोधित करनेवालों में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री कुमार राघवेंद्र, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ प्रेम रंजन चतुर्वेदी, शाहाबाद ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष अंजनी तिवारी, भाजपा नेता शंभु नाथ पांडे, पूर्व जिप सदस्य नंदकुमार ओझा, जितेंद्र चौबे सहित कई नेता शामिल रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता अवकाश प्राप्त शिक्षाविद डॉ ब्रह्मेश्वर मिश्रा उर्फ ददन मिश्रा और संचालन उद्घोषक रवि रंजन ने किया.
कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों को पाठ्य सामग्री विशेश्वर ओझा स्मृति संस्थान के माध्यम से वितरित किया गया. इस अवसर पर शाहपुर दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष मंटू दुबे, अरुण ओझा, संस्थान के सदस्य ननकू ओझा, विवेक ओझा, तेज नारायण ओझा, राकेश ओझा, रवींद्र ओझा, बंटी पांडेय, भरत राय, रवींद्र चौधरी सहित कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.
