जगदीशपुर : बिजली की समस्या व जले हुए ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा. आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर आये. ग्रामीणों ने जगदीशपुर-बिहिया मुख्य मार्ग को बौलीपुर गांव के समीप जाम कर आवागमन बाधित कर दिया और बिजली कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सड़क जाम के कारण गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. यात्री काफी परेशान रहे. जाम की सूचना पाकर जगदीशपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर समझाने का प्रयास की, लेकिन ग्रामीण जाम स्थल पर बिजली कंपनी के अधिकारियों को बुलाने की मांग को लेकर अड़े रहे.
आक्रोशित ग्रामीण बिजली कंपनी के जेई पर फोन नहीं उठाने और उनकी शिकायत नहीं सुनने के आरोप लगा रहे थे. ग्रामीणों ने बताया कि 14 अगस्त से ही ट्रांसफाॅर्मर जला हुआ है, लेकिन कंपनी के अधिकारी सरकार के निर्देशों के पालन नहीं कर रहे हैं. कई बार कंपनी के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी जले ट्रांसफाॅर्मर को बदलने को लेकर सजगता नहीं दिखाई गयी.
तीन दिन पहले भी जेइ बौलीपुर गांव पहुंचे और जले हुए ट्रांसफाॅर्मर का मुआयना करते हुए एक दिन में ट्रांसफाॅर्मर लगाने का आश्वासन देकर चले गये, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी ट्रांसफाॅर्मर नहीं लगा. इससे उनको इस भीषण गर्मी में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि 150 उपभोक्ता, तीन आटा मिल और पांच बोरिंग बंद हैं. इस ऊमस भरी गर्मी में लोग बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि पांच अगस्त को कृषि कार्य के लिए लगे ट्रांसफाॅर्मर जल जाने के विरोध में जगदीशपुर-बिहिया स्टेट हाइवे को जाम किया गया था. इसके बावजूद कंपनी समस्या को लेकर गंभीर नहीं है. बाद में जगदीशपुर डीएसपी श्याम किशोर रंजन और थानाध्यक्ष रामस्वरुप राम की पहल पर कंपनी के पदाधिकारियों द्वारा सोमवार तक ट्रांसफाॅर्मर लग जाने का आश्वासन दिया गया. तब जाकर जाम समाप्त हुआ.
