आरा : बिहार के भोजपुर जिला अंतर्गत बिहिया थाना क्षेत्र के आनर गांव के समीप स्थित पुलिया के पास रविवार की सुबह में धारदार हथियार से वार कर एक युवक की हत्या कर दी गयी. मृतक युवक का नाम धनेश यादव (40 वर्ष) है जो कि जमुआ गांव निवासी स्व. छबीला यादव का पुत्र था. घटना की जानकारी मिलते हीं क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. इस बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची बिहिया पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया तथा मामले की छानबीन में जुट गयी. घटना की जानकारी पाकर मृतक के परिजन व ग्रामीणों की घटनास्थल पर भीड़ जुट गयी. मृतक के परिजनों का कहना था कि रविवार की सुबह किसी ने फोन करके धनेश यादव को आनर बुलाया था जिस पर वे सात बजे घर से बाईक लेकर निकल गये थे और आठ बजे उसकी हत्या होने की खबर मिली थी. मृतक की बाईक घटनास्थल से महज कुछ हीं दूरी पर सड़क किनारे खड़ी थी जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है.
हत्या की घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों जमुआ मोड़ के समीप सड़क जाम कर दिया. जाम के कारण वाहनों का आवागमन ठप हो गया. जिससे सड़क के दोनों वाहनों की कतारें लग गयी. आक्रोशित लोग हत्या में शामिल अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग कर रहे थे. मामले की जानकारी पाकर जगदीशपुर एएसपी व एसडीपीओ मनजीत श्योराण, बिहिया बीडीओ प्रफुल्ल चन्द्र प्रकाश, बिहिया थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार के अलावा तीयर, शाहपुर व बहोरनपुर ओपी की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. इस दौरान अक्रोशित लोग मौके पर भोजपुर एसपी को बुलाने की मांग करने लगे. इस दौरान लगभग दो घंटों तक सड़क पर यातायात परिचालन ठप रहा और अफरा-तफरी मची रही. पुलिस ने बताया कि परिजनों का फर्द बयान आने पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.
मृतक धनेश यादव पूर्व में हत्या व शराब पीकर अपने भाई के साथ मारपीट करने के मामले को लेकर दो बार जेल जा चुका था. जानकारी के अनुसार धनेश यादव ने गत् वर्ष 9 जून 2017 को दिन-दहाड़े आनर गांव निवासी व दलित मजदूर योगेन्द्र पासवान की तलवार से गरदन रेतकर नृशंस हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि आनर निवासी स्व. किशुन पासवान के पुत्र योगेन्द्र पासवान ने अपनी पुत्री की शादी के लिए धनेश यादव से पैसे उधार लिये थे. पैसे नहीं चुकाने को लेकर धनेश यादव ने योगेन्द्र पासवान को दो दिनों तक बंधक बनाये रखा और फिर जमुआ गांव के एक बगीचे में ले जाकर तलवार से उसकी गरदन काटकर हत्या कर दी थी. उक्त मामले में पुलिस ने उसे तलवार समेत गिरफ्तार किया था और जेल भेज दिया था.
हत्या के मामले में लगभग एक वर्ष जेल में रहने के बाद बेल पर वह जेल से बाहर आया था. इस बीच इसी वर्ष 27 सितंबर को धनेश यादव ने शराब के नशे में धुत होकर अपने हीं सहोदर भाई दरेश यादव को पीटकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. इस मामले में भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पुलिस ने बताया कि भाई से मारपीट करने के मामले में वह मात्र चार दिन पूर्व हीं बेल पर जेल से बाहर निकला था.