भागलपुर. टीएमबीयू में शनिवार को भी बिजली संकट गहराया रहा. शनिवार को जेनरेटर चलाकर विवि में कामकाज किया गया. कर्मियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कुलपति प्रो जवाहरलाल ने बिजली काटे जाने पर विवि अभियंता को कड़ी फटकार लगायी. दरअसल, बिजली कंपनी ने पूर्व में ही पत्र देकर इसकी जानकारी विवि को दी थी, बावजूद मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को नहीं दी गयी थी. इस संबंध में विवि बिजली काटे जाने की जानकारी कोर्ट को अधिवक्ता के माध्यम से देगी. दरअसल, टीएनबी कॉलेज के सामने विवि की जमीन पर कई वर्षों से बिजली ग्रिड अवस्थित है. विवि प्रशासन ने कहा कि उस ग्रिड के बदले कभी भी बिजली कंपनी द्वारा उन्हें किराया नहीं दिया गया, वे लोग बिना किराया वहां पावर सब स्टेशन चला रहे हैं. विवि प्रशासन ने वहां के किराए में ही बिजली बिल को समायोजित करने की मांग की है. इसी विवाद के कारण टीमएबीयू प्रशासनिक भवन सहित अन्य विभागों की तीन बार बिजली कट चुकी है. इसके बाद विवि ने हाइकोर्ट की शरण ली थी. बकाया बिजली बिल भुगतान के लिए एबीवीपी ने किया भिक्षाटन
भागलपुर – बकाया बिजली बिल भुगतान के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की भागलपुर इकाई द्वारा टीएमबीयू के सभी पीजी विभागों में भिक्षाटन किया गया. इस दौरान सदस्यों ने 469 रुपये एकत्रित कर कुलसचिव कार्यालय में जमा कर दिया. संगठन की ओर से एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा गया कि कुलसचिव से छात्रों ने आग्रह किया कि जल्द बिजली विभाग एवं विश्वविद्यालय आपस में समन्वय कर सुचारू रूप से बिजली बहाल करायें. क्योंकि विगत दो दिनों से बिजली विभाग द्वारा टीएमबीयू के सभी पीजी विभागों की बिजली काट दी गयी है. छात्रों ने कहा कि वे लोग ससमय हर तरह के शुल्क को जमा करते हैं तो विश्वविद्यालय प्रशासन क्यों नहीं समय पर बिजली बिल का भुगतान करता है. विवि अध्यक्ष राजा यादव ने कहा कि अगर विवि द्वारा जल्द से जल्द बिजली बहाल नहीं की गयी तो वे लोग उग्र आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे. इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमन कुमार, विश्वविद्यालय सह मंत्री आदर्श सिंह, विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष प्रभाकर मंडल एवं अन्य मौजूद थे.
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