टीएमबीयू के कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद हो चुकी है. अब कुछ काॅलेजों ने पीजी के सभी विषयों की पढ़ाई शुरू कराने की कवायद की जा रही है. इसी कड़ी में टीएनबी कॉलेज में पीजी स्तर पर सभी विषयों की पढ़ाई शुरू करने के लिए सरकार से मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है. कॉलेज के तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य प्रो एसएन पांडे ने कहा कि एकेडमिक काउंसिल से उन विषयों में पीजी की पढ़ाई को लेकर मंजूरी मिल चुकी है. सीनेट से भी पास होने के बाद सरकार को भेजा जा चुका है. वहां से मंजूरी मिलने के बाद पीजी के सभी विषयों की पढ़ाई शुरू हो सकती है. कहा कि इंटर की पढ़ाई बंद होने के बाद जो क्लास रूम खाली हैं, उसमें पीजी की पढ़ाई शुरू करायी जा सकती है. उधर, कॉलेज के प्राचार्य डॉ दीपो महतो ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य से बात कर मामले में जानकारी लेंगे. स्नातक में सेमेस्टर लागू होने से कमरा की पड़ती है जरूरत बीएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि स्नातक में सेमेस्टर लागू होने से कमरे की जरूरत पड़ती है. क्योंकि अलग-अलग सत्र के सेमेस्टर की पढ़ाई होती है. ऐसे में इंटर की पढ़ाई बंद होने से उन क्लास रूम का सेमेस्टरवाइज छात्रों की पढ़ाई में उपयोग किया जायेगा. वहीं एसएम कॉलेज के प्राचार्य के प्रभार में डॉ मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि अब क्लस रूम की कमी नहीं होगी. परीक्षा व पढ़ाई के लिए होगा उपयोग मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य प्रो संजय कुमार झा ने कहा कि इंटर की पढ़ाई बंद होने से उन कमरा में इस्तेमाल कॉपी मूल्यांकन, परीक्षा व पठन-पाठन के लिए उपयोग किया जा रहा है. बताया कि इंटर की पढ़ाई होने के कारण कॉलेज के पास क्लास रूम की कमी रहती थी. इससे परीक्षा के दिन क्लास सस्पेंड करना होता था. अब कॉलेज में क्लास के साथ-साथ कॉपी का मूल्यांकन व परीक्षा भी आसानी से संचालित किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

