PAT Exam: भागलपुर. टीएमबीयू में वर्ष 2021 में हुई पैट परीक्षा के रिजल्ट में 16 ग्रेस अंक देकर पास करने के मामले में राजभवन सख्ती के मूड में है. पूरे मामले को लेकर राजभवन ने विवि से रिपोर्ट मांगी है. इस आशय का पत्र राजभवन से विवि को भेजा गया है. बताया जा रहा है कि राजभवन ने पूछा है कि पैट परीक्षा में 16 ग्रेस अंक किस आधार पर व क्यों दिया गया है. यह निर्णय किस स्तर से लिया गया है. पूरे प्रकरण की रिपोर्ट विवि से एक सप्ताह के अंदर मांगी गयी है. बता दें कि इससे पहले भी ग्रेस अंक दिये जाने के मामले में शिक्षा विभाग ने भी रिपोर्ट मांगी थी. सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भी नहीं भेजी गयी. मामला विवि के पूर्व प्रभारी कुलपति प्रो हनुमान पांडे के कार्यकाल का है. उस समय परीक्षा बोर्ड की बैठक में 16 ग्रेस अंक दिये जाने का निर्णय लिया गया था.
हाई लेवल से जांच कराने की बात कही थी बात
वर्ष 2022 में नियमित कुलपति प्रो जवाहर लाल ने विवि में योगदान दिया था. उस समय उन्होंने मामले में एक्शन लेने व हाई लेवल से जांच कराने की बात कही थी. कहा था कि नियम-परिनियम के विपरीत जाकर 16 ग्रेस अंक देने का कोई प्रावधान नहीं है. राजभवन से ऐसा कोई रेगुलेशन नहीं है. पैट परीक्षा ऑल इंडिया बेस पर होता है. उन्होंने मामले में परीक्षा बोर्ड के सभी सदस्यों को शोकॉज भी किया था. कुछ सदस्य को छोड़ अन्य सदस्य का जवाब तक विवि को प्राप्त नहीं हुआ था. परीक्षा नियंत्रक डॉ कृष्ण कुमार ने कहा कि राजभवन से पैट परीक्षा 2021 में 16 ग्रेस अंक देकर पास करने के मामले में रिपोर्ट मांगी गयी है. मामले को लेकर रिपोर्ट तैयार कर जल्द राजभवन को भेजा जायेगा. इस दिशा में तैयारी की जा रही है.
354 फेल छात्र हो गये थे पास
विवि के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि 354 छात्र 16 ग्रेस अंक मिलने से पास हो गये थे. जिन छात्र-छात्राओं को 95 व 96 अंक आये थे वह मेरिट लिस्ट से बाहर हो गये थे. 84 अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को 16 ग्रेस अंक मिलने से मैथोडोलॉजी कोर्स के लिए चयनित हो गये. बताया जा रहा है कि अब उन छात्रों का पीएचडी की प्रक्रिया भी पूरा होने जा रहा है.
छात्र-छात्राओं ने विवि से न्याय की लगायी थी गुहार
पैट परीक्षा 2021 में राजनीति विज्ञान विषय में पैट परीक्षा देने वाली छात्रा प्रतिमा कुमारी ने उस समय कुलपति को आवेदन देकर पैट परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया था. छात्रा ने विवि प्रशासन से न्याय की गुहार लगायी थी. छात्रा ने बताया कि आरक्षण कोटा में आते हैं. उसे 95 अंक प्राप्त हुआ है. राजनीति विज्ञान की छात्रा है, लेकिन परीक्षा बोर्ड द्वारा 16 ग्रेस अंक देने से उनका मेरिट में नाम नहीं आया. हालांकि पूरे मामले को लेकर विवि के छात्रों ने निगरानी विभाग में भी लिखित शिकायत दर्ज करायी थी.
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