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bhagalpur news. देश भर में डीजी लॉकर पर सर्टिफिकेट अपलोडिंग में टीएमबीयू 648वें और बीएयू 768वें पायदान पर

डिजिटल इंडिया का महत्वपूर्ण कड़ी में एक डीजी लॉकर है

ऋषव मिश्रा कृष्णा, भागलपुर डिजिटल इंडिया का महत्वपूर्ण कड़ी में एक डीजी लॉकर है. यह पेपरलेस कामकाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, तो दूसरी तरफ छात्रों के लिए यह काफी सुविधाजनक हाेता है. देश भर के शैक्षणिक संस्थान डीजी लॉकर को धरातल पर उतारने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य कर रहे हैं, लेकिन देश स्तर पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) का स्थान 768वां और तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) का स्थान 642वां है. जबकि बिहार के एलएनएमयू दरभंगा देश भर में 103वां व बिहार में पहले स्थान और बीएनएमयू मधेपुरा देर भर में 155वें और राज्य स्तर पर छठे स्थान पर है. पूर्णिया विश्वविद्यालय देश भर में 247वां और राज्य स्तर पर 10वें स्थान पर है. राज्य स्तर पर टॉप 10 संस्थानों में भी टीएमबीयू और बीएयू का नाम नहीं है. टीएमबीयू 16वें स्थान पर, तो बीएयू 19वें स्थान पर है. मुंगेर विवि देश भर में 279 व राज्य स्तर पर 11वें स्थान पर है. मालूम हो कि यह सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसकी तैयारी कई वर्षों से की जा रही थी. क्यों आवश्यक है डीजी लॉकर पर प्रमाणपत्रों की अपलोडिंग किसी भी शैक्षणिक संस्थान के लिए प्रमाणपत्रों को डीजी लॉकर पर अपलोड करना सुरक्षा, पारदर्शिता और सुविधा की दृष्टि से बेहद आवश्यक है. इससे छात्रों के अंकपत्र और डिग्रियां सरकारी सर्वर पर सुरक्षित रहती हैं तथा खोने या खराब होने की संभावना समाप्त हो जाती है. डिजिटल दस्तावेज कानूनी रूप से मान्य होने से बार-बार फोटोकॉपी या सत्यापन की आवश्यकता नहीं पड़ती. छात्र कहीं भी, कभी भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. नौकरी, उच्च शिक्षा या अन्य संस्थान में प्रवेश के समय दस्तावेजों का सीधा सत्यापन संभव होता है, जिससे फर्जीवाड़ा रुकता है. यही कारण है कि सरकार ने इसे शैक्षणिक संस्थानों के लिए अनिवार्य किया है. कहते हैं बीएनएमयू मधेपुरा के रजिस्ट्रार बीएनएमयू मधेपुरा के रजिस्ट्रार प्रो अशोक कुमार ठाकुर ने कहा कि डीजी लॉकर पर अपलोडिंग के कार्य में तीव्रता लाने के लिए नोडल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है. सभी पदाधिकारियों और कर्मियों की जिम्मेदारी तय की गयी है. यही कारण है कि विश्वविद्यालय राज्य में छठे स्थान पर है. भविष्य में और बेहतर कार्य होने की उम्मीद है. बेहतर टीम वर्क और सतत निगरानी से नंबर वन है एलएनएमयू एलएनएमयू दरभंगा के कुलपति प्रो डॉ संजय कुमार चौधरी ने बताया कि बेहतर टीम वर्क और सतत निगरानी के कारण रिकार्ड स्तर पर प्रमाणपत्रों का लिंक करना संभव हो सका है. जिसके कारण एलएनएमयू दरभंगा राज्य स्तर पर नंबर वन है. आने वाले दिनों में शत प्रतिशत अपलोडिंग के कार्य का टारगेट है. कुलपति के स्थायी प्रभार के कारण आ रही है परेशानी टीएमबीयू भागलपुर के रजिस्ट्रार रामाशीष पूर्वे ने कहा कि कुलपति का स्थायी प्रभार नहीं रहने के कारण कई तरह के कार्यों में राजभवन से आदेश लेना पड़ रहा है. वे लोग प्रयासरत हैं, उम्मीद है आगे डीजी लॉकर का भी बेहतर कार्य होगा. बीएयू में अपलोडेड है सभी प्रमाणपत्र बीएयू के पीआरओ डॉ राजेश कुमार ने बताया कि हमारे यहां जितना भी प्रमाणपत्र है, सभी अपलोड है. यहां स्टूडेंट्स की संख्या कम है. यही कारण है कि संख्या कम रहने से रैंकिंग में हमारा विश्वविद्यालय पीछे है.

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