प्रखंड के अजमेरीपुर बैरिया में गंगा की धारा को मोड़ने के लिए चल रहे इनलैंड वाटर सर्वे का काम ग्रामीणों के विरोध के बाद रूका है. ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन ने इस मामले के निदान के लिए टीम भेजने की बात कही थी, लेकिन शनिवार को कोई टीम गांव नहीं आयी. कहा कि कार्य शुरू होने के बाद करीब बीस फीट निजी जमीन का कटाव हुआ, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है. कहा कि जबतक मामले का निदान नहीं होगा काम रूका रहेगा. किसानों के पास थोड़ी सी जमीन बची है. लगातार कटाव होने के कारण गंगा में जमीन समाते जा रहा है. कहा कि जमीन उपजाऊ है, जिसमें परबल, करेली, भिंडी, नेनुआ, मक्का, गेहूं उगाया जाता है. किसानों का मुख्य रोजगार खेती करना ही है. आगर यह योजना चली तो सब खत्म हो जाएगा और वह ऐसा नहीं होने देंगे. इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ेंगे. प्रशासन को हर हाल में इसका निदान निकालना होगा. जानकारी हो कि योजना के विरोध में सैकडों किसानों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद कार्य रोक दिया गया है.
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