भागलपुर मुस्लिम एजुकेशन कमेटी (एमईसी) के पुराने व नये अधिकारी एक बार फिर आमने-सामने आ गये है. नवनिर्वाचित कमेटी 20 अप्रैल को एमईसी के सभागार में सदस्यों की आमसभा बुलायी है. दूसरी तरफ पुरानी कमेटी ने उसी दिन मिलादुन्नवी का कार्यक्रम सभागार में आयोजित करेगी. दोनों कमेटी का कार्यक्रम एक ही समय में होना है. हालांकि, एमईसी का अध्यक्ष इंजीनियर मोहम्मद इस्लाम ने कहा कि मिलादुन्नवी का आयोजन कमेटी की तरफ से नहीं किया जा रहा है. इंटर स्तरीय मुस्लिम हाइस्कूल की तरफ से इसका आयोजन कराया जा रहा है. ऐसे में एमईसी में अंदर ही अंदर विवाद गहराने लगा है. वहीं, एमईसी के संयुक्त सचिव आरिफ अली ने कहा कि दो अप्रैल को ही कमेटी ने आमसभा की बैठक बुलाने का पत्र जारी किया था. ठीक एक दिन बाद पूर्व अध्यक्ष इंजीनियर इस्लाम ने पत्र जारी कर मिलादुन्नवी कार्यक्रम कराने का पत्र जारी किया है. कमेटी ने पूर्व अध्यक्ष को पद से हटाते हुए एमईसी के सदस्यता भी समाप्त कर बाहर का रास्ता दिखाया है.
इंजीनियर मो इस्लाम ने पत्र जारी कर कहा कि 20 अप्रैल को बुलायी जा रही बैठक गैर कानूनी है. एमईसी के रेगुलेशन के खिलाफ है. मामला कोर्ट में रहने से चुनाव नहीं कराया जा सका है. चुनाव होने तक कमेटी की कोई बैठक नहीं बुलायी जा सकती है. साथ ही उन्होंने पत्र में उर्दू गर्ल्स हाइस्कूल में शिक्षा विभाग का हवाला देते हुए कहा कि स्कूल में कमेटी का पुर्नगठन किया जाये. अध्यक्ष ने कई आरोप भी लगाये हैं.
अध्यक्ष व सदस्य ही नहीं हैं, तो पत्र कैसे जारी किया – संयुक्त सचिवएमईसी के संयुक्त सचिव आरिफ अली ने पलटवार करते हुए कहा कि इस्लाम एमईसी के न तो अध्यक्ष हैं, न ही सदस्य. किस नियम के तहत उन्होंने पत्र जारी किया है. उनके द्वारा जो बात कही जा रही है, वह दिग्भ्रमित करने वाला है. एक साजिश के तहत एमईसी छवि को धूमिल किया जा रहा है. कहा कि कोर्ट ने चुनाव को लेकर लगाये गये रोक हटा दिया गया है. चुनाव कराने के लिए कोर्ट से मंजूरी भी मिल चुका है. चुनाव क्यों नहीं होने दिया जा रहा है. बार-बार चुनाव को लेकर अड़ंगा किसके द्वारा लगाया जा रहा है. 20 अप्रैल को होने वाली बैठक में चुनाव को लेकर निर्णय लिया जायेगा.
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