टीएमबीयू में एक दिसंबर को होने वाली सिंडिकेट की बैठक हंगामेदार हाे सकती है. सिंडिकेट के कई सदस्य बैठक का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. अप्रैल में हुए सिंडिकेट चुनाव जीत कर नये सदस्य बने हैं, तब से टीएमबीयू में कई निर्णय सिंडिकेट की बैठक की प्रत्याशा में लिये गये हैं. इस बाबत सदस्यों में काफी विराेध है. सबसे बड़ा मुद्दा गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति है. इसकी नियुक्ति के समय से ही सिंडिकेट सदस्य सवाल उठाते रहे हैं. अब विवि प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग में प्रभारी हेड की नियुक्ति का मामला भी सदन में उठाने के लिए तैयार हैं. साथ ही मुरारका काॅलेज के शिक्षक काे पीजी उर्दू विभाग का हेड बनाने का मामला भी सदन में रखा जायेगा. सिंडिकेट सदस्य डाॅ केके मंडल ने कहा कि विवि ने इतिहास के शिक्षक प्रो अमरकांत सिंह काे पीजी प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग का प्रभारी हेड बनाया है. जबकि वरीयता के आधार पर इतिहास विभाग का हेड बनने की मांग करते रहे हैं. उनका विषय मेडाइवल इंडिया रहा है. ऐसे में उन्हें प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रभारी हेड कैसे बनाया जा सकता है. कहा कि प्रभारी कुलपति ने मुरारका काॅलेज के शिक्षक का स्थानांतरण कर उन्हें उर्दू विभाग का हेड बना दिया है. जबकि नियम के तहत विवि प्रशासन को पहले राजभवन से अनुमति लेना चाहिए था. इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया हो सकती थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

