भागलपुर. राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में शौचालय और पेयजल जैसी सुविधाओं की कमी पर शिक्षा विभाग ने चिंता जताई है. निदेशक प्राथमिक शिक्षा साहिला ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि तीन दिनों के भीतर ऐसे विद्यालयों की सूची भेजें, जहां ये सुविधाएं अतिआवश्यक हैं. विभागीय समीक्षा में पाया गया कि कयी स्कूल आज भी इन मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इस बाबत रिपोर्ट मांगी गयी है. जिसमें यू-डायस कोड सहित निर्धारित प्रपत्र में मांगी गयी है. रिपोर्ट में पेयजल की स्थिति (चालू/बंद/संवेदनशील टंकी), शौचालय समेत अन्य सुविधाएं और अभियुक्ति का उल्लेख अनिवार्य रूप से देने का निर्देश दिया है. शिक्षा विभाग ने इसे सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी बताते हुए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है.
स्कूलों में नए ड्रेस कोड के साथ दिखने लगे विद्यार्थी
भगालपुर. राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्र छात्राएं अब नए ड्रेस में दिखने लगे हैं. मालूम हो कि छात्राओं और पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्रों की स्कूल ड्रेस का रंग निर्धारित कर दिया है. इस संबंध में विभाग ने निर्देश जारी किया है. इधर, विभिन्न स्कूलों में पोशाक राशि दी जा चुकी है, तो कई विद्यालयों में देने की प्रक्रिया की जा रही है. शिक्षक मुकेश मंडल ने बताया कि नया ड्रेस कोड पहले से बेहतर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

