पीरपैंती स्वयंसेवी संस्था संजीवनी गंगा की ओर से आयोजित भारत के रत्न कार्यक्रम के अंतर्गत पीरपैंती बाजार स्थित संस्था के कार्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 35 वर्षों से निरंतर उत्कृष्ट कार्य के लिए पीरपैंती बाजार के मो इसराइल, कानून के क्षेत्र में योगदान के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार व ग्राम दुबौली अम्मापली एग्री फीडर कंपनी के संस्थापक रमन दुबे, प्रिया पांडे, रोशन दुबे को प्रकृति रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया. जिज्ञासा समाधान सत्र में छात्रा सालेहा के गणित में कमजोर होने के प्रश्न का जवाब देते हुए शिक्षाविद मो इसराइल ने कहा कि सबसे पहले दो से 20 तक का पहाड़ा कंठस्थ होना चाहिए, गणित की बुनियादी बातें समझने से शुरुआत करें, नियमित रूप से अभ्यास करें. छात्रा अमृता के सवाल अधिवक्ता कैसे बने पर विशिष्ट अतिथि राजेश कुमार ने बताया कि सबसे पहले इंटर या ग्रेजुएट करें. बैचलर आफ लॉ की डिग्री प्राप्त करें, मास्टर ऑफ लॉ की डिग्री प्राप्त करें.छात्र मो सद्दाम के सवाल उद्यमी कैसे बने. सवाल का जवाब देते हुए रमन दुबे ने बताया कि सबसे पहले आइडिया जनरेट करें. अपने जुनून और कौशल के आधार पर एक बिजनेस आइडिया जनरेट करें. बिजनेस प्लान बनाएं एक विस्तृत बिजनेस प्लान बनाया, जिसमें आपके लक्ष्य रणनीति और वित्तीय प्रोजेक्शन शामिल हो. छात्रा आलिया के सवाल आइएएस की तैयारी कैसे करें सवाल का जवाब देते हुए प्रिया पांडे ने बताया कि कलेक्टर बनने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. आयु सीमा 21 से 42 वर्ष आपको तीन चरणों की परीक्षा देनी होगी प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार इसमें आपकी व्यक्तित्व और योग्यता का मूल्यांकन किया जाता है. संजीवनी गंगा के अध्यक्ष रघुनंदन पंडित ने कहा कि हम अध्यात्म और विज्ञान के रास्ते समाज को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं. मो अयाज ने बताया कि प्रकृति रत्न सम्मान समाज के उन सभी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे उन सभी लोगों के लिए है जो चुपके-चुपके, बिना किसी अपेक्षा के अपने अपने स्तर पर समाज एवं अन्य क्षेत्र में सेवा का कार्य कर रहे हैं. संस्था गरीब, निर्धन दिव्यांग एवं अनाथ बच्चों के लिए संकल्पित है जो समाज के विकास के क्षेत्र में पिछड़ गये हैं
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