भागलपुर
एक सार्वजनिक समारोह में राष्ट्रगान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के व्यवहार का भाकपा-माले ने विरोध किया. भाकपा-माले के नगर प्रभारी व एक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने बिहार दिवस के अवसर पर संघर्षशील जनता को बधाई दी और न्यायपूर्ण, समतामूलक नये बिहार के निर्माण के संकल्प को पूरा करने पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार दिवस से ठीक एक दिन पहले 20 मार्च को एक अंतरराष्ट्रीय खेल के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के असामान्य व्यवहार का एक वीडियो वायरल हुआ. राष्ट्रगान के दौरान मुख्यमंत्री को यह भान भी नहीं था, कि क्या हो रहा है. हाल के दिनों में मुख्यमंत्री के सार्वजनिक व्यवहार और बयानों से यह स्पष्ट हो रहा है कि वे अब अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने की स्थिति में नहीं हैं. बिहार के लोगों को मुख्यमंत्री की वास्तविक स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी चाहिए. मौजूदा परिस्थितियां मुख्यमंत्री और बिहार की जनता, दोनों के लिए अनुचित है. कहा कि कभी नीतीश कुमार सुशासन का दावा करते थे और बेहतर कानून व्यवस्था का श्रेय लेते थे, लेकिन आज शासन व्यवस्था चरमरा चुकी है. ओडिशा में भाजपा ने तात्कालिक मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की कथित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को बड़ा मुद्दा बनाया था. यहां तक अपने एक चुनावी भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नवीन पटनायक की अनिश्चित स्वास्थ्य स्थिति को लेकर किसी राजनीतिक साजिश का संकेत दिया था, लेकिन बिहार में भाजपा पूरी तरह चुप है और जब विपक्ष मुख्यमंत्री की स्थिति पर सवाल उठाता है, तो भाजपा-जदयू के वरिष्ठ नेता उसे अनावश्यक राजनीति करार देते हैं.
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