21.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

bhagalpur news. बरारी में मंजूषा गुरु का मिशन नई पीढ़ी को कला व संस्कृति से जोड़ रहे मनोज पंडित

मंजूषा कला को जीवित रखने और आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से मंजूषा गुरु मनोज कुमार पंडित व उनकी पत्नी सुमना बरारी स्थित मंजूषा कला प्रशिक्षण केंद्र में निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं

मंजूषा कला को जीवित रखने और आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से मंजूषा गुरु मनोज कुमार पंडित व उनकी पत्नी सुमना बरारी स्थित मंजूषा कला प्रशिक्षण केंद्र में निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं.

यहां बच्चों, युवाओं और वरिष्ठ महिलाओं को मंजूषा कला की बारीकियों से परिचित कराया जा रहा है. प्रशिक्षण के साथ उन्हें कला को जीविका से जोड़ने के तरीके भी सिखाये जाते हैं. जिससे वह आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें. मनोज पंडित घरेलू उपयोग की वस्तुओं, वस्त्रों, सूर्य यंत्र सहित अन्य माध्यमों पर मंजूषा पेंटिंग करना सिखाते हैं. साथ ही प्रशिक्षुओं को कला के विपणन की जानकारी भी दी जाती है.

प्रशिक्षण केंद्र में लोककला पर शोधरत छात्र-छात्राएं भी आते हैं. एनआइएफटी और आर्ट कॉलेज के विद्यार्थी यहां आकर मंजूषा कला की रंग-संरचना और तकनीक सीखते हैं.

इस कला संरक्षण के कार्य में उनके पुत्र अमन सागर और मंजूषा कलाकार पवन सागर भी सहयोग कर रहे हैं. यह सभी कलाकार निर्मला देवी घराना से जुड़े हैं. मनोज पंडित का मानना है कि लोक कला ही ललित कला की जननी है. उनका कहना है कि कला दिल से की जाती है, यह विज्ञान से भी ऊपर की चीज है. कला मनुष्य को शांति, शालीनता और उदारता की ओर ले जाती है. कहा कि कोई भी इच्छुक व्यक्ति मंजूषा कला प्रशिक्षण केंद्र, बरारी आकर निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है. संस्कृति और सभ्यता को संरक्षित रखने का यही माध्यम है, जिससे एक शिक्षित और सुंदर समाज का निर्माण संभव हो सकता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel