टीएमबीयू में अप्रैल 2025 में अतिथि शिक्षकों की हुई बहाली में धांधली के आरोप के मामले में एक बार फिर लोकभवन (राजभवन) ने विवि को पत्र भेजा है. मामले में कार्रवाई करते हुए आवेदनकर्ता सहित लोकभवन सचिवालय को रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है. साथ ही विवि के शिक्षक डॉ केके मंडल के स्थानांतरण आदेश को रद्द करते हुए रिपोर्ट मांगी है. दरअसल, विभिन्न मामलों को लेकर शिक्षकों, विद्यार्थी, अभ्यर्थी, पेंशनधारियों ने राजभवन से लिखित शिकायत की है. इस बाबत लोकभवन से 40 मामलों के निष्पादन के लिए विवि को पत्र भेजा है. लोकभवन के राज्यपाल के अवर सचिव डॉ नंदलाल आर्य ने मामले में विवि के कुलपति को पत्र भेजा है. उधर, गेस्ट शिक्षक अभ्यर्थी डॉ कृष्ण बिहारी गर्ग ने कहा कि मामले में लोकभवन से आधा दर्जन बार पत्र विवि प्रशासन को भेजा गया है. विवि प्रशासन अतिथि शिक्षक बहाली में हुई धांधली को छिपाने के लिए टालमटोल रवैया अपना रहा है. कहा कि विवि से मामले में उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है. इस बाबत लोकभवन को अतिथि शिक्षक बहाली में धांधली व भष्ट्राचार को लेकर पत्र लिखा था. कहा कि विवि प्रशासन पूरे मामले में उच्च स्तरीय निष्पक्ष रूप से जांच नहीं कराता है. मामला ईडी के पास जायेगा. डॉ गर्ग ने कहा कि उनकी शिकायत पर ही निगरानी विभाग भी मामले की जांच करेगा. वहीं, शिक्षक डॉ केके मंडल ने कहा कि लोकभवन से चौथी बार स्थानांतरण आदेश की नियुक्ति को रद्द करने के संबंध भेजा गया था, लेकिन मामले में विवि प्रशासन की तरफ से इस दिशा में कुछ नहीं किया गया. दूसरी तरफ गेस्ट टीचर डॉ अजीत कुमार सोनू ने एसएम कॉलेज की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की शिकायत पर लोकभवन ने रिपोर्ट मांगी है. आवेदनकर्ता मोहम्मद ताबिश इकबाल व डॉ राजीव कुमार साह ने भी अतिथि शिक्षक बहाली में अनियमितता व फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति रद्द करने की मांग की है.
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