सुंदरवती महिला महाविद्यालय में शुक्रवार को अंतर महाविद्यालय गर्ल्स सराेज शंकर वॉलीबॉल प्रतियोगिता आयोजित की गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन टीएमबीयू की डीएसडब्ल्यू अर्चना कुमारी साह, एसएम कॉलेज की प्राचार्य निशा झा, विवि क्रीडा सचिव डॉ संजय जायसवाल ने संयुक्त रूप से किया. प्रतियोगिता में जिले के एसएम कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, एमएएम कॉलेज व व जीबी कॉलेज की टीमें शामिल हुईं.
पहला मुकाबला जीबी कॉलेज और एमएएम कॉलेज के बीच खेला गया, जिसमें जीबी कॉलेज ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की. दूसरा मैच एसएम कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज के बीच खेला गया, जिसमें एसएम कॉलेज की टीम ने एकतरफा जीत हासिल की. फाइनल मुकाबला एसएम कॉलेज और जीबी कॉलेज के बीच खेला गया. इस मुकाबले में खिलाड़ियों का जोश देखने लायक था. मेजबानी कर रही एसएम कॉलेज ने इस मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियनशिप अपने नाम की.
खिलाड़ियों ने साझा किये अनुभव
यह मेरा पहला टूर्नामेंट था. स्कूल के दिनों में वॉलीबॉल खेलती छात्राओं को देखकर मन में खेलने की इच्छा जगी थी. चयन होने पर काफी खुशी हुई. मैं आगे भी टीम का हिस्सा रहना चाहती हूं.एथलेटिक्स, खो-खो और बैडमिंटन में भी रुचि है. करीब आठ वर्षों से वॉलीबॉल खेल रही हूं और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का लक्ष्य है. भारतीय कप्तान अनुश्री जैसा राष्ट्रीय खिलाड़ी बनने का सपना है.
चांदनी कुमारी, मारवाड़ी कॉलेज
दो साल से वॉलीबॉल खेल रही हूं. इस खेल में गहरी रुचि है. मेरी इच्छा अच्छी वॉलीबॉल खिलाड़ी के साथ-साथ एक बेहतरीन कोच बनने की भी है. इसके लिए लगातार मेहनत कर रही हूं. सपना, मारवाड़ी कॉलेजमेडिकल की तैयारी के दौरान साइंटिस्ट कंपाउंड में वॉलीबॉल खेलते देखकर मुझमें भी रुचि जगी. एसएम कॉलेज की टीम मजबूत है. बीपीएड के बाद खेल के माध्यम से करियर बनाने का लक्ष्य है.
प्रिया शाह, एसएम कॉलेज
मैं पिछले चार वर्षों से वॉलीबॉल खेल रही हूं. इस खेल में मेरी गहरी रुचि है. आगे भी खेलना है. यह मेरा पहला बड़ा टूर्नामेंट था. काफी अच्छा लगा. खेलने से शरीर में चुस्ती-फुर्ती बनी रहती है. आलिया खान, एसएम कॉलेजमैं 2016 से वॉलीबॉल खेल रही हूं. राज्य स्तर पर भी हिस्सा ले चुकी हूं. मेरी टीम लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची है. इस बार जीत ही लक्ष्य था. पिता व परिवार के अन्य सदस्य भी खेल से जुड़े रहे हैं.
प्रेरणा कुमारी, जीबी कॉलेज की कप्तान
इस वर्ष कॉलेज में मिले अवसर के बाद मैने वॉलीबॉल खेलना शुरू किया. धीरे-धीरे वॉलीबॉल के प्रति जुड़ाव बढ़ता चला गया. काफी शानदार खेल है. ऐसे टूर्नामेंट से छात्राओं का मनोबल बढ़ता है.
आरती कुमारी, जीबी कॉलेज
पहली बार वॉलीबॉल खेल रही हूं. मेरी टीम आमतौर पर खो-खो खेलती रही है. लेकिन वॉलीबॉल खेलने में भी मजा आया. वॉलीबॉल बेहतर खेल है. यह प्रतियोगिता काफी उत्साहपूर्ण रही. गीतांजलि, एमएएम कॉलेजडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

