भागलपुर
जगदीशपुर थाना क्षेत्र के अंगारी गांव के रहने वाले छात्र राकेश के अपहरण मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. तातारपुर थाना में अपहरण की शिकायत दर्ज कराने के बाद मंगलवार तड़के सुबह ही अपहृत छात्र लोदीपुर स्थित अपने भाई के ससुराल पहुंच गया. जहां उसने अपहरणकर्ताओं द्वारा नशा करा बेहोश करने और किसी तरह उनके चंगुल से भाग निकलने की बात कही. पर जब पुलिस ने अपहृत युवक से पूछताछ की तो उसका सारा झूठ सामने आ गया. उसने पुलिस को बताया कि घर से किसी काम से मिले पैसों को उसने क्रिकेट में सट्टा लगा दिया था. जिसके बाद उसने फिर से परिजनों से पैसों की मांग की, फिर से पैसा आने पर दोबारा सने सट्टे में उसे लगाया और हार गया. हारने के बाद वह यह नहीं सोच सका कि आखिर वह अपने घर वालों को क्या जवाब देगा. इस पर उसने खुद के अपहरण की साजिश रची और उसने फिर अपने परिजनों से 35 हजार रुपये नहीं देने पर अपहरणकर्ताओं द्वारा उसके साथ किसी घटना को अंजाम दिये जाने का भय दिखाया. फिर से अपने बहनोई के माध्यम से अपने मोबाइल पर 35 हजार रुपये मंगवा लिया. पैसे आने के बाद कथित अपहरणकर्ता बने राकेश कुछ दोस्तों ने उसके परिजनों को कहा कि उन्होंने राकेश को छोड़ दिया है.
पुलिस ने मोबाइल की जांच की
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