भागलपुर
टीएमबीयू में अतिथि शिक्षक बहाली को लेकर साक्षात्कार का बुधवार को अंतिम दिन था. पांच विषयों के लिए कुल 206 अभ्यर्थी शामिल हुए. सेलेक्शन कमेटी के सदस्य संस्कृत के अभ्यर्थियों से ढंग का सवाल नहीं पूछ पा रहे थे. अभ्यर्थियों के अनुसार कमेटी को संस्कृत की पुस्तक का नाम बार-बार बताने के बाद भी उन्हें समझ नहीं आ रहा था. इस दौरान कमेटी में शामिल एक सदस्य ने सीनियर से कहा कि सर अभ्यर्थी जो पुस्तक का नाम बता रहा है वह सही है.
तभी कमेटी ने अभ्यर्थी से कहा कि धर्म पर आधारित दस लाइन संस्कृत में परिभाषित करे. अभ्यर्थी ने दो श्लोक सुनाया. अभ्यर्थियों का कहना था कि कमेटी में सवाल करने वाले विद्वान संस्कृत के नहीं थे. वहीं, संगीत के इंटरव्यू में सेलेक्शन कमेटी ने अभ्यर्थियों से तीन-तीन गाना सुना. वहीं इंग्लिश के अभ्यर्थियों को लेक्चर देने को कहा.
एक दर्जन अभ्यर्थी को साक्षात्कार से रोका
बताया जा रहा है कि गेस्ट शिक्षक अभ्यर्थियों को पीएचडी डिग्री की तिथि को लेकर साक्षात्कार से रोक दिया गया. हालांकि, कुछ अभ्यर्थी मामले को लेकर रजिस्ट्रार से शिकायत भी की. रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने बताया कि गेस्ट शिक्षक बहाली को लेकर सात फरवरी तक आवेदन लेने का अंतिम तिथि तय थी. जबकि पीएचडी डिग्री विवि से अभ्यर्थी को आठ, तो किसी को 12, तो किसी को 13 फरवरी को विवि से पीएचडी डिग्री को लेकर अधिसूचना जारी की गयी है. ऐसे में उनलोगों को इंटरव्यू रोका गया है.
विवि के सीनेट हॉल में गेस्ट शिक्षक अभ्यर्थियों के शैक्षणिक दस्तावेज की सत्यापन बीएन कॉलेज के कर्मचारी कर रहे थे. इसमें एक कर्मचारी ने भी मंगलवार को जूलॉजी विषय के लिए साक्षात्कार दिया. विवि के अधिकारियों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि नियमानुसार उस कर्मचारी को शैक्षणिक दस्तावेज की सत्यापन की प्रक्रिया से अपने को अलग रखना चाहिए था.
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