टीएमबीयू के एमबीए विभाग में वित्त से जुड़ी फाइल गड़बड़ी के आरोप में जब्त की गयी. सोमवार की देर शाम विवि के अधिकारियों की टीम ने एमबीए विभाग पहुंची और अलग-अलग अलमारी से किताब, फर्नीचर, पर्दे, डीजी जेनरेटर व ताला की खरीद से जुड़ी फाइलों को अपने साथ ले गयी. सभी खरीदारी पूर्व कुलपति प्रो जवाहर लाल के कार्यकाल में की गयी थी.
बताया जा रहा है कि सभी फाइलों को गुरुवार काे प्रभारी कुलपति प्राे विमलेंदु शेखर झा के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा. इसके बाद राजभवन काे फाइल से संबंधित जानकारी भेजी जायेगी. बता दें कि विभाग के पूर्ववर्ती छात्र संतोष कुमार श्रीवास्तव ने कुलाधिपति को लिखित शिकायत की थी. इसमें पुस्तक व फर्नीचर खरीद में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता का आराेप लगाया था. उन्होंने राजभवन को भेजे आवेदन में कहा था कि 32 लाख से पुस्तक की खरीद करने की बात कही जा रही है, लेकिन खरीदारी कम राशि में की गयी है. विवि सूत्रों के अनुसार प्रभारी कुलपति प्राे विमलेंदु शेखर झा ने रजिस्ट्रार प्राे रामाशीष पूर्वे काे एमबीए विभाग की फाइल जब्त करने के लिए कहा था. विवि के अधिकारियों की टीम में रजिस्ट्रार के अलावा सीसीडीसी डाॅ एसी घाेष, विभाग के पूर्व निदेशक डाॅ पवन कुमार सिन्हा व वित्त पदाधिकारी ब्रजकिशाेर प्रसाद विभाग पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि विभाग के निदेशक प्राे निर्मला कुमारी अवकाश पर है. इस बाबत अधिकारियों ने विभाग के शिक्षकों को मौके पर बुलाया और उनकी मौजूदगी में फाइलें जब्त की. विवि के अधिकारियों की इस कार्रवाई से विभाग के कर्मचारियों व गेस्ट फैकल्टी में हड़कंप है. सूत्रों के अनुसार पुस्तक, फर्नीचर, पर्दे, जेनरेटर, ताला आदि खरीद में संलिप्त लोगों में भी हड़कंप है. कोई कुछ बोलने से बच रहा है. सूत्रों की मानें तो अगर वित्तीय अनियमितता सामने आती है, तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
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