डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी बुधवार को अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ सुलतानगंज पहुंचे, जहां उन्होंने प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट क्षेत्र सहित कई विकास योजनाओं का विस्तृत निरीक्षण किया. डीएम ने स्थल की भौगोलिक स्थिति, हवाई पट्टी के संभावित माप, जमीन की उपलब्धता और निर्माण स्थल के तकनीकी पहलुओं की गहन समीक्षा की. निरीक्षण में अंचल अमीन की ओर से एयरपोर्ट के लिए चिह्नित भूमि और उसके माप से संबंधित विस्तृत जानकारी डीएम को दी गयी. उपस्थित अधिकारियों से डीएम ने अब तक हुए कार्यों की प्रगति रिपोर्ट मांगी और कार्य में गति लाने के निर्देश दिये, ताकि परियोजना जल्द धरातल पर उतर सके.
जलजमाव की समस्या पर विशेष फोकस
डीएम ने प्रस्तावित एयरपोर्ट के समीप स्थित सुलतानगंज–तारापुर मुख्य फोरलेन और मंझली बांध का निरीक्षण किया. उन्होंने बरसात के मौसम में क्षेत्र में होने वाले जल जमाव की समस्या का समाधान खोजने को लेकर अधिकारियों के साथ स्थल पर ही मंथन किया. अधिकारियों ने बताया कि गनगनियां के निकट गंगा का पानी सहायक नदियों के रास्ते प्रवेश कर जाता है, जिससे एयरपोर्ट क्षेत्र प्रभावित हो सकता है. डीएम ने सुलतानगंज से बरियारपुर तक मुख्य मार्ग व मंझली बांध को ऊंचा करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि भविष्य में जल जमाव की समस्या उत्पन्न न हो.एयरपोर्ट परियोजना की प्रक्रिया तेज
सुलतानगंज में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की प्रक्रिया अब तेज हो गयी है. जिला प्रशासन (ओएलएस) रिपोर्ट तैयार कर रहा है,एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उड़ान और लैंडिंग में बाधा बनने वाले अवरोधों की सूची व साइट क्लीयरेंस संबंधी तकनीकी विवरण मांगा है, परियोजना के लिए 432.32 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि आवंटित कर दी गयी है. एयरपोर्ट निर्माण के मार्ग में आने वाली तकनीकी और भू-परिस्थितिगत चुनौतियों को समाप्त करने के लिए प्रशासन तेजी से काम कर रहा है. मौके पर निरीक्षण के दौरान सहायक समाहर्ता जतिन कुमार, अपर समाहर्ता दिनेश राम, डीसीएलआर सदर अपेक्षा मोदी, वरीय उप समाहर्ता सुश्री अंकिता चौधरी, बीडीओ संजीव कुमार, सीओ अनुज कुमार झा सहित कई विभागीय अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

