परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के निदेशानुसार स्वामी जी की मां यानी गुरुमाता के सानिध्य, शिवप्रेमानंद भाईजी के संरक्षण व योगपीठ के लिए समर्पित श्रीकुंदन बाबा की देख-रेख में, श्रीशिवशक्ति योगपीठ, नवगछिया-आश्रम में देव-दीपावली महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इसके पूर्व गुरु मां के द्वारा आश्रम स्थित मंदिर में की गयी पूजा-अर्चना के बाद दीप प्रज्वलित कर ””””देव दीपावली महोत्सव”””” का विधिवत उद्घाटन किया गया. उद्घाटन के उपरांत काफी संख्या में उपस्थित मातायें-बहनें एवं भक्तजनों ने 5101 दीप जलाया. इस अवसर पर गीतकार राजकुमार की अध्यक्षता में समसामयिक विषय ””””देव-दीपावली और सनातन संस्कृति”””” पर एक परिचर्चा संगोष्ठी भी आयोजित हुई. संगोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में प्रो ज्योतीन्द्र चौधरी उपस्थित थे. वक्ताओं में भाइजी, स्वामी जी के आरंभिक गुरु मनोरंजन प्रसाद सिंह, कुंदन बाबा, स्वामी मानवानंद, प्रेमशंकर भारती, अमरेंद्र कुमार तिवारी, ब्रजनंदन तिवारी, डॉ विवेक कुमार, मधुव्रत चौधरी, सुबोध, ब्रह्मचारी जी, आलोक कुंदन आदि ने अपने विचार रखे . राजकुमार ने कहा कि दिवाली हो या देव-दीपावली,यह हमें सकारात्मक ऊर्जा को बनाये रखने की ही सीख देती है. इस अवसर पर आचार्य अनिरुद्ध बाबा, डॉ मानक, मृत्युंजय कुमार सिंह, निखिल कुमार सिंह, पुतुल, तृप्ति कुमारी, पुष्कर, केशव, दीपक यादुका, गोपाल मिश्र, उत्तम सिंह, वंशीधर प्रसाद यादव, बंटी, कन्हैया, कुंदन, अनिल आदि के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे. अंत में नर्मदा में परिक्रमा कर रहे श्रीशिवशक्ति योगपीठ के समर्थ पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज ने वीडियो काल कर चर्चा में सम्मिलित सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने आशीर्वचन में सभी की मंगल कामना की. उन्होंने कहा कि प्राचीनतम संस्कृतियों में भारत की सनातन संस्कृति ही है, जो विश्व का कल्याण चाहती है. गोष्ठी का सफल संचालन,मानस मर्मज्ञ प्रेम शंकर भारती जी के द्वारा किया गया.
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