आरफीन जुबैर, भागलपुर भागलपुर बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कई अंगीभूत कॉलेजों को नवगछिया, कहलगांव व बांका के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों द्वारा चुनावी कार्य के लिए अधिग्रहित कर लिया गया है. इससे उन कॉलेजों में पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गयी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस स्थिति की जानकारी राज्यपाल सचिवालय को भेजी है. टीएमबीयू के एक अधिकारी ने बताया कि अधिग्रहण के कारण न केवल पठन-पाठन बाधित हो रहा है, बल्कि शिक्षकों और कर्मचारियों का महाविद्यालय परिसर में प्रवेश भी निषेध कर दिया गया है. इससे शैक्षणिक कार्यों के संचालन में असुविधा हो रही है. कहा कि चुनावी कार्य समाप्त होने तक उन कॉलेजों में सामान्य शिक्षण कार्य संभव नहीं होगा. इस बाबत विवि प्रशासन ने राज्यपाल के प्रधान सचिव को पत्र भेजकर आवश्यक निर्देश देने का अनुरोध किया है. बता दें कि टीएमबीयू के पांच कॉलेजों को अधिग्रहित किया गया, जिसमें जीबी कॉलेज नवगछिया, एमएएम कॉलेज नवगछिया, जेपी कॉलेज नारायणपुर, एसएसवी कॉलेज कहलगांव व पीबीएस कॉलेज बांका शामिल है. इसे लेकर कॉलेजों के प्राचार्यों ने टीएमबीयू के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर पूरी जानकारी से अवगत कराया है. कॉलेजों के प्राचार्यों ने टीएमबीयू प्रशासन को दी जानकारी पांच कॉलेजों के प्राचार्यों ने टीएमबीयू प्रशासन को लिखित रूप से जानकारी दी है. इसमें जीबी कॉलेज नवगछिया के प्राचार्य ने पत्र में कहा कि विधानसभा चुनाव में अर्द्ध सैनिक बल के आवासन के लिए कॉलेज परिसर में अतिरिक्त शौचालय एवं जलापूर्ति की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गयी है. वहीं, मदन अहल्या महिला कॉलेज के प्राचार्य ने पत्र के हवाले से कहा कि चुनाव को लेकर महिला अर्द्धसैनिक बल का ठहराव कराया जायेगा. इस बाबत जिला प्रशासन द्वारा स्नान घर व शौचालय का निर्माण कराया गया है. एक नवंबर से अर्द्ध सैनिक बल का ठहराव होगा. उधर, जेपी कॉलेज नारायणपुर के प्राचार्य ने कहा कि महिला हॉस्टल को चुनाव कार्य के लिए लिया जा सकता है. एसएसवी कॉलेज कहलगांव के प्राचार्य ने कहा कि दो कमरा, शौचालय व बाथरूम की व्यवस्था करायी गयी है. यहां सशस्त्र बल का ठहराव कराया गया है. कार्यालय संचालित करने के लिए कमरा तक नहीं चुनाव को लेकर पीबीएस काॅलेज बांका का पूरी तरह अधिग्रहण किया गया है. इसे लेकर कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर कुमार सिंह ने विवि प्रशासन को जानकारी दी है. यहां तक की कॉलेज के कार्यालय संचालन के लिए एक कमरा तक नहीं है. हालांकि, प्राचार्य ने कार्यालय संचालन के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी बांका को पत्र लिखकर डॉ आंबेडकर छात्रावास के एक कक्ष उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन नहीं मिला. ऐसे में कॉलेज पूरी तरह बंद है. विद्यार्थियों का ऑनलाइन क्लास लेने का निर्देश दिया गया है. कोट – पूरे मामले को लेकर राजभवन को जानकारी दी गयी है. उन कॉलेजों में पठन-पाठन ऑनलाइन संचालित किया जायेगा. इसे लेकर उन कॉलेजों के प्राचार्यों को दिशा-निर्देश दिया गया है. प्रो रामाशीष पूर्वे, रजिस्ट्रार
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