भागलपुर
टीएमबीयू का बिजली कनेक्शन बिल बकाया होने के कारण कंपनी की ओर से काट दी गयी है. इस कारण चार दिनों से बिजली गुल है. इसका असर साइंस ब्लॉक के पीजी विभागों पर पड़ने लगा है. ऐसे में पीजी केमिस्ट्री विभाग के लैब में रखे हजारों रुपये के केमिकल खराब हो गये हैं. बताया जा रहा है कि उन केमिकल को चार डिग्री तापमान में रखा जाता है और बिजली नहीं रहने से फ्रीज बंद पड़ा है. इससे विभाग के छात्र-छात्राएं लैब में प्रैक्टिकल नहीं कर पा रहे हैं. दूसरी तरफ कंप्यूटर नहीं चलने से विभाग का काम भी ठप हो गया है. बिजली नहीं रहने से पेयजल से लेकर विभिन्न समस्या उत्पन्न हो गयी है. विभाग के शिक्षक बाहर से पानी खरीदकर मंगा रहे हैं.
शोधार्थी के बनाये कंपाउंड भी हुए खराब
विभाग के शिक्षकों ने कहा कि एक दर्जन से अधिक शोधार्थी प्रतिदिन लैब में नये-नये चीजों को लेकर प्रैक्टिकल करते है. इसमें कुछ नये कंपाउंड शोधार्थियों द्वारा तैयार किया जाता है. इसे भी ठंडे वातावरण में रखा जाता है. नये कंपाउंड का रिपोर्ट तैयार करने में तीन से चार दिन लग जाता है. इसके शोधार्थियों द्वारा अपने रिसर्च पेपर में इसे जोड़ते है, लेकिन बिजली नहीं रहने से सब खराब रहता है. यही हाल सामान्य कोर्स पीजी के छात्र-छात्राओं का भी है. शिक्षकों ने कहा कि लैब में डीसीसी सहित ऐसे तमाम केमिकल हैं, जिसे चार डिग्री तापमान में रखा जाता है. बिजली नहीं रहने के कारण केमिकल खराब हो रहे हैं. उन केमिकल की बाजार में कीमत करीब 70-80 रुपये है.
कोट
टीएमबीयू के बिजली मामले को लेकर दो अप्रैल को हाइकोर्ट में सुनवायी होनी है. इसके बाद सारा कुछ ठीक जायेगा.
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