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BSEB Bihar Board Exam: बिहार में मैट्रिक परीक्षा सेंटर पर तैनात कर्मी मना रहे छुट्टी, ड्यूटी करते धराये फर्जी कर्मी

मैट्रिक परीक्षा केंद्र तक्षशिला विद्यापीठ झुरखुरिया सबौर का निरीक्षण करने शनिवार को क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक देवेंद्र कुमार झा केंद्र पर पहुंचे. जांच रिपोर्ट के अनुसार परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी शोरगुल कर रहे थे. केंद्रधीक्षक के रूप में निजी विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य नितेश रंजन को कार्य करते पाया गया.

मैट्रिक परीक्षा केंद्र तक्षशिला विद्यापीठ झुरखुरिया सबौर का निरीक्षण करने शनिवार को क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक देवेंद्र कुमार झा केंद्र पर पहुंचे. जांच रिपोर्ट के अनुसार परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी शोरगुल कर रहे थे. केंद्रधीक्षक के रूप में निजी विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य नितेश रंजन को कार्य करते पाया गया.

आरडीडीइ की जांच रिपोर्ट के अनुसार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने उक्त परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक अरुण कुमार को बनाया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को रिपोर्ट बनाकर आरडीडीइ कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. जांच में पांच ऐसे लोगों को परीक्षा केंद्र पर पाया गया, जिन्हें परीक्षा ड्यूटी नहीं मिली है.

आरडीडीइ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि तक्षशिला विद्यापीठ के केंद्राधीक्षक को अविलंब बदला जाये. शेष बची परीक्षा को अपनी निगरानी में पूरा कराने की बात कही. निजी स्कूल के प्रभारी प्राचार्य को केंद्राधीक्षक बनाने पर संचिका प्रभारी से शोकॉज करने को कहा. परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक से रिपोर्ट देने को कहा गया, जिसमें अवैध लोगों को किस कारण से परीक्षा कार्य में लगाया है. मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने मीडिया को बताया कि पत्र का समुचित जवाब आरडीडीइ को दिया जायेगा.

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मैट्रिक परीक्षा केंद्र की जांच रिपोर्ट के अनुसार मैट्रिक परीक्षा केंद्र तक्षशिला विद्यापीठ पर शनिवार को महज 20 शिक्षकों को वीक्षण कार्य में लगाया गया था. कुल आवंटित वीक्षक 72 हैं, वहीं जिला शिक्षा कार्यालय से भी 15 शिक्षक दिये गये हैं.

रिपोर्ट में लिखा है कि स्पष्ट है कि वीक्षण कार्य के नाम पर आवंटित शिक्षक को अवकाश पर रखा जाता है. वैसे लोगो को वीक्षण कार्य में लगाया जाता है, जो निजी विद्यालय प्रधान के करीबी होते हैं. आवंटित वीक्षकों से लिया गया प्रमाण पत्र भी केंद्राधीक्षक उपलब्ध नहीं करा रहे. आरडीडीइ ने बताया कि शनिवार को पहली पाली में 421 आवंटित परीक्षार्थी थे, इस प्रकार कम से कम 40 वीक्षक को परीक्षा ड्यूटी में लगाना चाहिये था.

जांच रिपोर्ट के अनुसार जिला शिक्षा पदाधिकारी से भागलपुर जिले के निजी स्कूलों में बने मैट्रिक परीक्षा केंद्र की सूची मांगी गयी. भागलपुर जिले के वैसे केंद्रों की सूची मांगी गयी जहां डीइओ द्वारा नामित केंद्राधीक्षक बने हैं. रिपोर्ट में परीक्षा केंद्र की कमरों की संख्या, उपयोग में लाये गये कमरे, आरक्षी बल की संख्या समेत अन्य सूचनाएं दी गयी है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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